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बुलेट ट्रेन का अहम पड़ाव, 100 मीटर लंबे और चार मंजिला इमारत के बराबर एक स्टील ब्रिज का सफलतापूर्वक लॉन्च किया गया, जोड़ते समय अटकी सांसें

बुलेट ट्रेन का अहम पड़ाव, 100 मीटर लंबे और चार मंजिला इमारत के बराबर एक स्टील ब्रिज का सफलतापूर्वक लॉन्च किया गया, जोड़ते समय अटकी सांसें

भारत में बुलेट ट्रेन परियोजना तेजी से आगे बढ़ रही है, जिससे देश में उच्च गति वाली यात्रा का सपना साकार हो रहा है। मुंबई-अहमदाबाद के बीच बन रही इस बुलेट ट्रेन परियोजना में हाल ही में एक महत्वपूर्ण पड़ाव पर पहुंचा गया है, जब दादरा और नगर हवेली में 100 मीटर लंबे और चार मंजिला इमारत के बराबर एक स्टील ब्रिज का सफलतापूर्वक लॉन्च किया गया। इस लेख में हम बुलेट ट्रेन के इस नए चरण, इसकी तकनीकी विशेषताओं और भविष्य की योजनाओं पर चर्चा करेंगे।

स्टील ब्रिज का लॉन्च: एक महत्वपूर्ण उपलब्धि

दादरा और नगर हवेली में 100 मीटर लंबा और 14.6 मीटर ऊंचा स्टील ब्रिज बुलेट ट्रेन परियोजना का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इस ब्रिज का वजन 1464 मीट्रिक टन है और इसे बनाने के लिए जापानी तकनीक का इस्तेमाल किया गया है। इसके साथ ही 600 मीट्रिक टन वजन वाला अस्थायी लॉन्चिंग नोज भी जोड़ा गया है, जिसकी लंबाई 84 मीटर है। इस ब्रिज का निर्माण त्रिची, तमिलनाडु में हुआ और इसे ट्रेलरों के माध्यम से मुंबई लाया गया।

मेक इन इंडिया का हिस्सा: यह ब्रिज पूरी तरह से ‘मेक इन इंडिया’ अभियान का हिस्सा है, जो भारत में निर्माण और स्वदेशी तकनीक के उपयोग को बढ़ावा देने का एक उदाहरण है। ब्रिज के लॉन्च के दौरान वहां मौजूद कर्मचारियों और लोगों की उत्सुकता और उत्साह देखने लायक था, जो इस परियोजना की जटिलता और इसके महत्व को दर्शाता है।

बुलेट ट्रेन: प्रमुख विशेषताएँ और योजनाएँ

मुंबई-अहमदाबाद रूट: नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन मुंबई और अहमदाबाद के बीच 508 किलोमीटर लंबी भारत की पहली हाई स्पीड रेल लाइन का निर्माण कर रहा है। यह कॉरिडोर महाराष्ट्र और गुजरात के 12 जिलों से होकर गुजरेगा, जिसमें 12 स्टेशन बनाए जा रहे हैं। इस बुलेट ट्रेन की गति 320 किमी प्रति घंटे होगी, और यह 350 किमी प्रति घंटे की डिज़ाइन क्षमता के अनुसार बनाई गई है। मुंबई से अहमदाबाद की दूरी इस ट्रेन से मात्र दो घंटे में तय की जा सकेगी।

भविष्य की योजनाएँ: बुलेट ट्रेन के नए रूट

भारत में बुलेट ट्रेन को छह और नए रूटों पर चलाने की योजना बनाई जा रही है। इन रूटों के लिए फीजिबिलिटी रिपोर्ट पहले ही तैयार हो चुकी है:

  1. दिल्ली-अमृतसर रूट
  2. हावड़ा-वाराणसी-पटना रूट
  3. दिल्ली-आगरा-लखनऊ-वाराणसी रूट
  4. दिल्ली-जयपुर-उदयपुर-अहमदाबाद रूट
  5. मुंबई-नासिक-नागपुर रूट
  6. मुंबई-हैदराबाद रूट

इन नए रूटों से न केवल लोगों की यात्रा का समय कम होगा, बल्कि देश की आर्थिक वृद्धि और विकास में भी सहूलियत होगी।

भारत में बुलेट ट्रेन परियोजना का तेजी से आगे बढ़ना एक महत्वपूर्ण कदम है जो देश के बुनियादी ढांचे को एक नई दिशा देगा। स्टील ब्रिज का लॉन्च और बुलेट ट्रेन के नए रूट्स की योजना देश के विकास में मील का पत्थर साबित होंगे। यह न केवल यात्रा के अनुभव को बेहतर बनाएगा बल्कि भारत को विश्वस्तरीय हाई स्पीड रेल नेटवर्क से भी जोड़ देगा।


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