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पृथ्वी थिएटर में कभी वेटर थे अनुराग कश्यप: कलाकारों के लिए ये जगह मक्का; आर्थिक लाभ नहीं, फिर भी कपूर फैमिली ने इसे बचाया

पृथ्वी थिएटर
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मुंबई में जुहू बीच के पास स्थित पृथ्वी थिएटर, थिएटर कलाकारों के लिए एक प्रमुख स्थान है। यहां हमेशा नाटक और प्ले होते रहते हैं, और 190 सीटों वाला ये थिएटर हफ्ते के छह दिन हाउसफुल रहता है। टिकट के दाम भी बहुत कम हैं, इसलिए यहां से ज्यादा कमाई नहीं होती।

पृथ्वी थिएटर की शुरुआतपृथ्वीराज कपूर
1944 में  ने पृथ्वी थिएटर की नींव रखी थी। उनके सबसे छोटे बेटे, शशि कपूर ने इसे एक बिल्डिंग के रूप में तैयार करवाया। आज, शशि कपूर के बेटे कुणाल कपूर इसका पूरा प्रबंधन करते हैं। शशि कपूर की फैमिली इसे एक बिजनेस के रूप में नहीं देखती, जबकि इसे बेचकर करोड़ों रुपये कमाए जा सकते हैं।

अनुराग कश्यप का संघर्ष
अनुराग कश्यप जैसे बड़े फिल्ममेकर भी कभी पृथ्वी थिएटर में छोटे-मोटे काम किया करते थे। वे यहां कुर्सियों पर सोते और वेटर का काम करते थे। उन्होंने मकरंद देशपांडे के नाटकों में छोटे-छोटे रोल किए।

पृथ्वी थिएटर की परिकल्पना
पृथ्वीराज कपूर ने देशभर में नाटक करने के लिए झोली प्रथा शुरू की थी। नाटक खत्म होने के बाद, कलाकार झोली फैलाकर दर्शकों से स्वेच्छा से पैसे इकट्ठा करते थे। इन पैसों को फिर कलाकारों में बांट दिया जाता था। शशि कपूर ने अपने पिता की इस परिकल्पना को एक बिल्डिंग के रूप में साकार किया।

थिएटर आर्ट का महत्व
थिएटर आर्टिस्ट के लिए सबसे बड़ी चुनौती पहचान बनाना है। आज भी लोग थिएटर को प्रोफेशन नहीं मानते और इसे शौक के रूप में देखते हैं। कई थिएटर में फ्री में शोज दिखाए जाते हैं, जिससे इसका महत्व कम हो जाता है। थिएटर कंपनियों को फ्री में शोज न दिखाने की अपील की जाती है।

पृथ्वी थिएटर का प्रबंधन
पृथ्वी थिएटर में नाटक करने के लिए ड्रामा कंपनी को पहले एप्लिकेशन दाखिल करनी होती है। एप्लिकेशन स्वीकार होने पर, कंपनी को एक तय रेंट का भुगतान करना पड़ता है। शशि कपूर और उनकी वाइफ जेनिफर केंडल ने एक चैरिटेबल ट्रस्ट बनाया था, जिससे थिएटर का मेंटेनेंस होता है।

आरके स्टूडियो की कहानी
पृथ्वी थिएटर की तरह कपूर फैमिली के पास आरके स्टूडियो भी था। लेकिन इसे 2017 में लगी भीषण आग के बाद बेच दिया गया। राज कपूर के तीनों बेटे रणधीर, ऋषि और राजीव कपूर ने इसे बेचने का निर्णय लिया। इसके विपरीत, पृथ्वी थिएटर आज भी बचा हुआ है क्योंकि कुणाल कपूर खुद इसका प्रबंधन करते हैं और इसमें शामिल रहते हैं। इस प्रकार, पृथ्वी थिएटर कलाकारों के लिए एक महत्वपूर्ण स्थान है, जो उनकी कला और जुनून को जीवित रखता है।

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