नवी मुंबई के खारघर में स्थित इस्कॉन मंदिर, भव्यता और आध्यात्मिकता का प्रतीक बनकर उभरा है। 9 एकड़ में फैले इस मंदिर का निर्माण पूरी तरह सफेद संगमरमर से किया गया है। एशिया के दूसरे सबसे बड़े इस्कॉन मंदिर का उद्घाटन समारोह 9 जनवरी से शुरू हुआ, और 15 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसका विधिवत उद्घाटन करेंगे।
भक्ति और समर्पण का 12 साल लंबा सफर
जानकारी हो कि इस भव्य मंदिर को बनाने में पूरे 12 साल का समय लगा है। सिडको (महाराष्ट्र सिटी एंड इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन) द्वारा जमीन उपलब्ध कराई गई थी। ढाई एकड़ जमीन पर निर्मित इस मंदिर का नाम श्री श्री राधा मदन मोहन मंदिर रखा गया है। मंदिर में भगवान कृष्ण की लीलाओं को 3डी तकनीक से प्रदर्शित किया गया है, जो इसे और भी खास बनाता है।
मंदिर की खास विशेषताएं
ये मंदिर वास्तुकला और आधुनिक सुविधाओं का अद्भुत संगम है। मंदिर के मुख्य आकर्षण में शामिल हैं –
- वेदिक पुस्तकालय और कॉलेज: जहां वेदों और आयुर्वेदिक ग्रंथों का अध्ययन किया जा सकता है।
- आयुर्वेदिक चिकित्सा केंद्र: योग, ध्यान और मंत्र अभ्यास की सुविधाएं उपलब्ध हैं।
- प्रसादम हॉल: जहां भक्तों के लिए प्रसाद की व्यवस्था की गई है।
- अंतरराष्ट्रीय गेस्ट हाउस: देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए।
- नौकायन झील और उद्यान: बिजली की रोशनी और फव्वारे से सुसज्जित सुंदर झील।
- सांस्कृतिक केंद्र: जहां 3,000 से अधिक भक्त एक साथ बैठ सकते हैं।
- शुद्ध शाकाहारी रेस्तरां: जहां भगवान कृष्ण का प्रिय भोजन परोसा जाता है।
दुनियाभर में इस्कॉन की धरोहर
दुनियाभर में इस्कॉन के 800 से अधिक मंदिर हैं, लेकिन नवी मुंबई का ये मंदिर खास है। यहां इस्कॉन के संस्थापक श्रील प्रभुपाद का स्मारक बनाया गया है, जिसमें उनकी प्रतिमाएं, तस्वीरें और उनके ग्रंथ शामिल हैं। इस मंदिर का निर्माण महाराष्ट्र सरकार की “ग्लोरी ऑफ महाराष्ट्र” योजना के तहत किया गया है।
जनभागीदारी से बनी एक भव्य संरचना
इस मंदिर के निर्माण में 200 से 300 करोड़ रुपये का खर्च आया। सूरदास महाराज ने बताया कि मंदिर निर्माण के लिए 3,500 से 4,000 लोगों ने योगदान दिया। ये मंदिर जनभागीदारी और समर्पण का एक जीवंत उदाहरण है।
उद्घाटन समारोह और प्रतिष्ठित अतिथि
मंदिर के उद्घाटन समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन, मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और अजित पवार जैसे कई प्रतिष्ठित हस्तियां भाग लेंगे। भजन सम्राट अनुप जलोटा और अभिनेत्री हेमा मालिनी भी इस ऐतिहासिक क्षण का हिस्सा बनने जा रहे हैं।
नवी मुंबई में आध्यात्मिकता का नया केंद्र
सूरदास महाराज के अनुसार, यह मंदिर नवी मुंबई में आध्यात्मिकता का एक नया केंद्र बनेगा। यह न केवल भगवान कृष्ण के प्रति भक्ति और समर्पण को बढ़ावा देगा, बल्कि लोगों को मानसिक शांति भी प्रदान करेगा।
ये इस्कॉन मंदिर केवल एक धार्मिक स्थल नहीं, बल्कि श्रद्धा और भक्ति का केंद्र है। इसका उद्घाटन नवी मुंबई के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है, जो आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगा।
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