Atal Bihari Vajpayee: भारत देश के पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी आज भले ही हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उन्होंने देश के लिए जो किया उसकी वजह से वो हर हिंदुस्तानी के दिल में अमर हैं. शब्द और भाषा पर उनकी पकड़ इतनी अच्छी थी कि विरोधी दल भी उन्हें शांति से सुनते थे. आज उनके जन्मदिन के शुभअवसर पर हम आपको उनसे जुड़ी 10 अनसुनी बातें बता रहे हैं, जिसे जानकर आपको उनपर दिल से गर्व महसूस होगा.
जानें वाजपेयी जी के बारे 10 खास बातें

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- लालकृष्ण आडवाणी और अटल बिहारी वाजपेयी को राम और लक्षमण की जोड़ी के रूप में जाना जाता था.
- दिल्ली से लाहौर के बीच बस सेवा की शुरुआत अटल बिहारी वाजपेयी ने ही करवाई थी. वो हमेशा पाकिस्तान और हिंदुस्तान के बीच संबंधों को सुधारने की कोशिश में रहते थे.
- आपको शायद ही इस बात की जानकारी हो कि अटल जी एक अच्छे साहित्यकार होने के साथ-साथ काफी अच्छे ज्योतिष भी थे. लोग दूर-दूर से अपनी जन्मपत्री दिखाने के लिए उनके पास आते थे.
- अटल जी एक ऐसे सांसद थे, जिन्हें एक साथ 4 अलग-अलग राज्यों से निर्वाचित किया गया था. वो राज्य थे, दिल्ली, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और गुजरात
- भारत के इस पूर्व प्रधानमंत्री के पास पत्रकारिता की भी डिग्री थी. वाजपेयी जी ने बतौर संपादक पांचजन्य पत्रिका में काम भी किया था. इसके अलावा भी उन्होंने कई समाचार पत्रों में संपादक के तौर पर काम किया था.
- खाने के बेहद शौकीन वाजपेयी जी, जिस जगह भी पहली बार जाते थे, वहां का फेमस डिश वो जरूर खाते थे. आपको जानकर हैरानी होगी कि वो लोक सभा कैंटीन का खाना कभी नहीं खाते थे. उनके लिए घर से खाना बनकर आता था. लंच करने के बाद वो कुछ देर आराम करने के आदि थे.
- अटल जी बेहद संवेदनशील और शांत स्वभाव के थे. शायद ही उन्हें कभी किसी ने गुस्से में देखा हो. अपने साथ काम करने वाले किसी भी व्यक्ति को वो कभी डांट-फटकार नहीं लगाते थे. हां उनका चेहरा कई बार ये जरूर बयां कर जाता था कि, उनका मूड अच्छा नहीं है.
- अटल बिहारी वाजपेयी जी देश के पहले ऐसे नेता थे, जिन्होंने साल 1977 में संयुक्त राष्ट्र की सभा में हिंदी भाषा में भाषण दिया था. वो ही थे, जिन्होंने हिंदी भाषा को संयुक्त राष्ट्र में पहचान दिलवाई थी.
- 20 साल में वायपेयी जी की 10 सर्जरी हो गई थी.
- भारत के 3 बार प्रधानमंत्री रहे अटल जी 9 बार लोकसभा के लिए चुने गए थे.
- जवाहर लाल नेहरू व इंदिरा गांधी के बाद सबसे लंबे समय तक गैर कांग्रेसी प्रधानमंत्री रहे थे अटल बिहारी वाजपेयी.
- साल 1998 के 11 मई को जब वाजपेयी जी ने परमाणु परीक्षण किया, तो दुनिया भर में हाहाकार मच गया था. कई देशों ने इसपर आपत्ति जताते हुए कहा था कि, “भारत ऐसा कैसे कर सकता है?” यहां तक कि सभी विकसित देशों ने भारत पर अनेकों प्रकार के प्रतिबंध लगाने की मांग तक कर डाली थी.
- आपको शायद ही इस बात की जानकारी हो कि, वाजपेयी जी ने अपने पिता के साथ लॉ की पढ़ाई की थी. दोनों एक साथ एक ही कक्षा में और एक ही हॉस्टल में भी रहे थे. बता दें कि वाजपेयी जी के पिता और खुद वाजपेयी जी ने कानपुर के डीएवी कॉलेज से लॉ की पढ़ाई साथ में की थी.
- वाजपेयी जी ने साल 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन में भाग लिया था, जिसके बाद 24 दिनों के लिए उन्हें कारावास में रहना पड़ा था.
- अटल बिहारी वाजपेयी जी एक बार नहीं, बल्कि कई बार सम्मानित किए जा चुके थे. साल 1992 में उन्हें पद्म विभूषण, 1994 में लोकमान्य तिलक पुरस्कार, श्रेष्ठ सांसद पुरस्कार के अलावा गोविंद वल्लभ पंत जैसे पुरस्कार से भी सम्मानित किए जा चुके थे. साल 2014 में उन्हें देश के सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न से भी नवाजा गया था.

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भारत के पूर्व दिवंगत प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के बारे में जितनी बातें बताई जाए कम लगती है. खासियतों से भरे वाजपेयी जी की का स्वास्थ्य साल 2000 से ठीक नहीं रहने लगा था. साल 2001 में घुटने की रिप्लेसमेंट के बाद 2009 में उन्हें स्ट्रोक आ गया था, जिसकी वजह से वो अच्छे से बात नहीं कर पाते थे. काफी लंबे समय तक बीमार रहने के बाद 16 अगस्त 2018 को शाम 5 बजकर 5 मिनट पर उन्होंने हमेशा के लिए इस दुनिया को अलविदा कह दिया था.