बाबा सिद्दीकी मर्डर केस: 12 अक्टूबर 2024 को दशहरे के दिन मुंबई में एक सनसनीखेज घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया था। पूर्व मंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के नेता बाबा सिद्दीकी की उनके कार्यालय के बाहर गोली मारकर निर्मम हत्या कर दी गई। इस हत्याकांड ने न सिर्फ मुंबई बल्कि पूरे राजनीतिक गलियारे में हलचल मचा दी थी। लॉरेंस बिश्नोई गिरोह ने इस हत्या की जिम्मेदारी ली थी, और अब इस मामले में रोज नए-नए खुलासे सामने आ रहे हैं। आइए जानते हैं कि बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में अब तक क्या हुआ और पुलिस की जांच कहां तक पहुंची।
पुलिस की कार्रवाई: 2 और संदिग्ध गिरफ्तार
मुंबई पुलिस इस हाई-प्रोफाइल मर्डर केस की जांच में दिन-रात जुटी हुई है। अब तक कई संदिग्धों को गिरफ्तार किया जा चुका है, लेकिन हाल ही में पंजाब पुलिस ने इस मामले में एक बड़ी सफलता हासिल की है। पंजाब पुलिस ने लॉरेंस बिश्नोई-रोहित गोदारा गिरोह के दो गुर्गों को हिरासत में लिया है। इनकी पहचान राजस्थान के श्रीगंगानगर निवासी जशनदीप सिंह उर्फ जशन संधू और श्री मुक्तसर साहिब के गुरसेवक सिंह के रूप में हुई है। इनके पास से एक पिस्तौल भी बरामद की गई है।
पुलिस महानिदेशक (DGP) ने बताया कि ये दोनों संदिग्ध गिरोह के सक्रिय सदस्य हैं। सवाल यह उठता है कि क्या इनका बाबा सिद्दीकी की हत्या से सीधा संबंध है? अभी इसकी जांच जारी है, लेकिन इन गिरफ्तारियों ने लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के नेटवर्क पर फिर से सवाल खड़े कर दिए हैं।
जालंधर ग्रेनेड अटैक और बाबा सिद्दीकी मर्डर का कनेक्शन
हैरानी की बात यह है कि बाबा सिद्दीकी हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने के दौरान एक और अपराध का खुलासा हुआ। जालंधर में बीजेपी नेता मनोरंजन कालिया के घर पर हुए ग्रेनेड अटैक के मुख्य अभियुक्त को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इस हमले का मास्टरमाइंड कोई और नहीं, बल्कि लॉरेंस बिश्नोई का करीबी साथी जीशान अख्तर है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, जीशान अख्तर बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में भी वांटेड है।
जीशान अख्तर का नाम दोनों मामलों में सामने आने से यह साफ हो गया है कि लॉरेंस बिश्नोई गिरोह का अपराध का जाल कितना बड़ा और खतरनाक है। मुंबई पुलिस पिछले कई महीनों से जीशान अख्तर की तलाश में जुटी है, और उसकी गिरफ्तारी इस केस को सुलझाने की दिशा में एक बड़ा कदम हो सकती है।
हत्याकांड का मास्टरमाइंड कौन?
जांच में अब तक यह सामने आया है कि बाबा सिद्दीकी की हत्या में दो मुख्य फरार आरोपी—शुभम लोनकर और जीशान अख्तर—शामिल हैं। पुलिस के अनुसार, जीशान अख्तर ने ही इस हत्या का पूरा प्लान तैयार किया था और हत्यारों को निर्देश दिए थे। शुभम लोनकर भी इस साजिश का अहम हिस्सा था और दोनों ने मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया।
बाबा सिद्दीकी की हत्या के पीछे का मकसद अभी पूरी तरह साफ नहीं हुआ है, लेकिन लॉरेंस बिश्नोई गिरोह की संलिप्तता ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या यह हत्या राजनीतिक रंजिश का नतीजा थी या फिर कोई और साजिश? पुलिस इस मामले की हर कड़ी को जोड़ने में लगी है।
मुंबई में दहशत का माहौल
बाबा सिद्दीकी जैसे बड़े नेता की हत्या ने मुंबई में दहशत का माहौल पैदा कर दिया था। लोग यह समझने की कोशिश कर रहे हैं कि आखिर इस हत्याकांड के पीछे कौन सी ताकतें काम कर रही हैं। लॉरेंस बिश्नोई गिरोह का नाम आने के बाद से यह चर्चा और तेज हो गई है कि क्या यह संगठित अपराध का हिस्सा है?
बाबा सिद्दीकी हत्याकांड एक ऐसा मामला बन गया है, जो हर दिन नए मोड़ ले रहा है। पंजाब पुलिस की हालिया गिरफ्तारियों और जीशान अख्तर के नाम के उभरने से यह साफ है कि इस केस की जड़ें बहुत गहरी हैं। मुंबई पुलिस और पंजाब पुलिस मिलकर इस साजिश को पूरी तरह से उजागर करने की कोशिश कर रही हैं। आने वाले दिनों में इस मामले में और बड़े खुलासे होने की उम्मीद है।
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