हम अक्सर मानते हैं कि दुबला-पतला शरीर ही स्वस्थ होता है। लेकिन हाल ही में डेनमार्क की एक रिसर्च ने इस सोच को चुनौती दी है। शोध में ये पाया गया कि बहुत कम BMI (Body Mass Index) होना वास्तव में ओवरवेट होने से कहीं अधिक खतरनाक हो सकता है।
शोध में क्या मिला
85,000 से अधिक लोगों पर की गई इस रिसर्च में सामने आया कि जिनका BMI 18.5 से कम था, उनकी जल्दी मौत होने की संभावना लगभग तीन गुना अधिक थी। वहीं, जिनका BMI 22.5 – 24.9 के बीच था, उनकी सेहत सबसे सुरक्षित पाई गई।
दिलचस्प बात ये है कि जो लोग सामान्य “healthy range” से थोड़ा ऊपर यानी BMI 25 – 35 में थे, उनमें मौत का खतरा ज्यादा नहीं था। इसका मतलब ये कि हर किसी के लिए ओवरवेट होना हमेशा नुकसानदायक नहीं होता।
यू-शेप कर्व का सच
शोध में U-shaped curve दिखा। यानी जिनका BMI बहुत कम या बहुत ज्यादा था, दोनों ही समूहों में मौत का खतरा सबसे अधिक था।
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Underweight (BMI <18.5) : तीन गुना ज्यादा खतरा
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Low healthy range (18.5 – 19.9) : लगभग दो गुना खतरा
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BMI 20 – 22.4 : 27 प्रतिशत खतरा
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BMI 25 – 35 (Overweight/Obese) : कोई बड़ा खतरा नहीं
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BMI 40+ (Severe obesity) : दो गुना खतरा
शरीर को चाहिए पर्याप्त ईंधन
ये नतीजे सुनकर हैरानी हो सकती है, लेकिन इसका कारण स्पष्ट है। हमारा शरीर जीवित रहने के लिए ऊर्जा का इस्तेमाल करता है। जब हम बहुत पतले हो जाते हैं या पर्याप्त भोजन नहीं करते, तो शरीर ठीक से काम करना बंद कर देता है।
इसलिए ये समझना जरूरी है कि BMI स्वास्थ्य का परफेक्ट मापदंड नहीं है। ये फैट, मसल मास, डाइट या एक्टिविटी को नहीं नापता।
BMI का इतिहास और सीमा
BMI की गणना करीब 200 साल पहले यूरोपीय पुरुषों के आंकड़ों पर आधारित थी। इसलिए इसे हर समाज और हर शरीर पर लागू करना सही नहीं है।
यदि आप थोड़ा ओवरवेट हैं, लेकिन संतुलित आहार और सक्रिय जीवनशैली अपनाते हैं, तो ये कोई बड़ी चिंता की बात नहीं है।
असली संदेश
“पतला होना ही स्वस्थ है” ये सोच अधूरी और गलत है। असली सेहत शरीर के संतुलन और जीवनशैली में छिपी है। BMI सिर्फ एक संकेत है, अंतिम सच नहीं। इसलिए अपना ध्यान सही आहार, नियमित व्यायाम और जीवनशैली पर दें, न कि केवल तौलने वाली मशीन पर।