बंगाल में गुंडाराज और महिला उत्पीड़न का मुद्दा गरमाया: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) पर महिलाओं को धमकाने और वोट बैंक की खातिर अपराधियों की रक्षा करने का गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने संदेशखाली हिंसा के मामले का उदाहरण देते हुए कहा कि टीएमसी के गुंडे पीड़ित महिलाओं को धमका रहे हैं और शेख शाहजहां जैसे अपराधियों को बचाने की कोशिश कर रहे हैं।
संदेशखाली मामला बंगाल की राजनीति में बड़ा विवाद बन गया है। फरवरी में यहां व्यापक प्रदर्शन हुए जब निवासियों ने शाहजहां शेख और उनके सहयोगियों पर भूमि हड़पने और महिलाओं का यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया। शेख को 55 दिन फरार रहने के बाद गिरफ्तार किया गया।
हालांकि, एक पीड़ित महिला ने आरोप लगाया कि भाजपा ने उसे टीएमसी नेताओं के खिलाफ झूठा बलात्कार का मामला दर्ज कराने के लिए मजबूर किया। प्रधानमंत्री मोदी ने इस पर कहा कि जिन्होंने भ्रष्टाचार किया है, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। उन्होंने टीएमसी पर बंगाल को भ्रष्टाचार की गुफा बनाने का आरोप लगाया।
इस तरह संदेशखाली मामले से दो गंभीर मुद्दे उभरकर सामने आए हैं – एक तो महिलाओं के प्रति अत्याचार और दूसरा भ्रष्टाचार तथा गुंडागर्दी। ये आरोप बंगाल की राजनीति को और अधिक गरमा सकते हैं, खासकर जब चुनाव नजदीक आ रहे हैं।
न्यायिक जांच और संबंधित लोगों को सजा देना महत्वपूर्ण है ताकि न्याय सुनिश्चित हो और भविष्य में ऐसी घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सके। साथ ही, राजनीतिक दलों को भी इस मुद्दे पर अपने रुख को स्पष्ट करना होगा कि वे महिला सुरक्षा और कानून व्यवस्था के मुद्दे पर कहां खड़े हैं।