महाराष्ट्र के पूर्व राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी पर एक आरटीआई कार्यकर्ता ने चंदे की जानकारी छुपाने का आरोप लगाया है। कार्यकर्ता ने मांग की है कि राज्य सरकार इस मामले की जांच करे।
आरटीआई एक ऐसा कानून है जो नागरिकों को सरकारी सूचनाओं तक पहुंच प्रदान करता है।
महाराष्ट्र के पूर्व राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी पर एक आरटीआई कार्यकर्ता ने चंदे की जानकारी छुपाने का आरोप लगाया है। आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली ने दावा किया है कि कोश्यारी ने राज्यपाल रहते हुए अपने संगठनों के लिए चंदा जुटाया था और इस चंदे की जानकारी उन्होंने राजभवन से छुपाई है।
गलगली ने बताया कि उन्होंने आरटीआई के तहत कोश्यारी से जुड़े संगठनों के लिए जुटाए गए चंदे की जानकारी मांगी थी। जवाब में, राज्यपाल के परिवार प्रबंधन कार्यालय ने कहा कि यह जानकारी उनके कार्यालय से संबंधित नहीं है।
महाराष्ट्र राज्याचे तत्कालीन राज्यपाल भगतसिंग कोश्यारी यांनी राज्यपाल असताना त्यांच्या संबंधित असलेल्या संस्थेसाठी वसुललेल्या देणग्यांची माहिती राजभवनात उपलब्ध नाही. अनिल गलगली यांनी @maha_governor
@CMOMaharashtra @Dev_Fadnavis यांचे लक्ष वेधत कारवाई करण्याची मागणी केली pic.twitter.com/Ln0jq4WqIu— ANIL GALGALI (@ANILGALGALIRTI) February 22, 2024
गलगली ने इस जवाब पर सवाल उठाते हुए कहा कि राज्यपाल रहते हुए जुटाए गए चंदे की जानकारी राजभवन को होनी चाहिए थी। उन्होंने आरोप लगाया कि कोश्यारी ने गुपचुप तरीके से जुटाए गए चंदे की जानकारी छुपाई है।
ये भी पढ़ें: मुंबई CSMT पर यात्रियों के लिए अच्छी ख़बर – अब सभी शौचालय मुफ़्त!
गलगली ने राज्य सरकार से इस मामले की जांच की मांग की है। उन्होंने वर्तमान राज्यपाल रमेश बैस और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को पत्र लिखकर जांच की मांग की है।
यह मामला काफी गंभीर है। यदि आरोप सही हैं, तो यह भ्रष्टाचार का एक बड़ा मामला होगा। राज्य सरकार को इस मामले की जांच करनी चाहिए और सच्चाई सामने लाना चाहिए।