अक्षदा मुथे: मुंबई की एक लड़की ने आंखों की रोशनी ना होने के बावजूद 12वीं की परीक्षा में अपने स्कूल में टॉप किया है। उसकी कहानी पढ़कर आपका भी हौसला बढ़ जाएगा।
पुणे के सेंट मीरा कॉलेज की छात्रा अक्षदा मुथे ने 87.67% अंक हासिल करके अपने स्कूल में टॉप किया है। अक्षदा ने ये कमाल अपनी आंखों की रोशनी ना होने के बावजूद किया है।
दृष्टिबाधित होने के बावजूद नहीं मानी हार
अक्षदा पब्लिक ट्रांसपोर्ट से रोज़ कॉलेज जाती थीं और अपने टीचर्स द्वारा ड्राइव पर अपलोड की गई रिकॉर्डिंग के जरिए पढ़ाई करती थीं। उन्होंने बताया, “मेरे माता-पिता ने हमेशा मेरा साथ दिया और टीचर्स ने भी हर मुश्किल में मेरी मदद की।”
परीक्षा के दौरान आईं चुनौतियां
अक्षदा ने बताया कि परीक्षा के दौरान उन्हें राइटर के साथ थोड़ी दिक्कत हुई, लेकिन बाद में उनकी रिक्वेस्ट पर राइटर बदल दिया गया।
IAS बनने का सपना
अक्षदा भविष्य में IAS अफसर बनना चाहती हैं। उनके इस जज़्बे को देखकर हर कोई उनकी तारीफ कर रहा है।
अश्विनी पाठे ने भी किया कमाल
अक्षदा के स्कूल की ही एक और दृष्टिबाधित छात्रा अश्विनी पाठे ने भी 82% अंक हासिल किए हैं। अश्विनी भविष्य में प्रोफेसर बनना चाहती हैं।
अक्षदा और अश्विनी की कहानी हमें बताती है कि अगर हौसला बुलंद हो तो कोई भी मुश्किल आसान हो जाती है। उनकी ये उपलब्धि सभी के लिए प्रेरणा है।
अक्षदा और अश्विनी जिस स्कूल में पढ़ती हैं, उस स्कूल के सभी 11 छात्रों ने इस साल 12वीं की परीक्षा पास की है। ये स्कूल के लिए भी एक बड़ी उपलब्धि है।