ब्लिंकिट एम्बुलेंस सेवा (Blinkit Ambulance Service) ने हाल ही में देश में हेल्थकेयर को एक नई दिशा दी है। ज़ोमैटो के स्वामित्व वाली यह कंपनी अब 10 मिनट के भीतर इमरजेंसी एम्बुलेंस सेवा देने का दावा कर रही है। इस लेख में हम ब्लिंकिट की इस अनूठी पहल और इसके प्रभाव पर चर्चा करेंगे। साथ ही, जानेंगे कि वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने इस पर क्या टिप्पणी की और इलेक्ट्रिक वाहन (EV) सेक्टर को कैसे जोड़ा।
ब्लिंकिट एम्बुलेंस सेवा: Blinkit Ambulance Service
गुरुग्राम में शुरू हुई यह सेवा फिलहाल पांच एम्बुलेंस के साथ उपलब्ध है। इन एम्बुलेंस में ऑक्सीजन सिलेंडर, स्ट्रेचर, एईडी (Automated External Defibrillator), सक्शन मशीन, और जीवनरक्षक दवाइयां मौजूद हैं।
ब्लिंकिट के सीईओ अलबिंदर ढींडसा का कहना है, “इस सेवा का उद्देश्य मुनाफा कमाना नहीं है, बल्कि इमरजेंसी के समय लोगों की मदद करना है। यह सुविधा किफायती दरों पर उपलब्ध होगी।”
वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल की राय
पीयूष गोयल ने इस पहल पर अपनी टिप्पणी में कहा कि ब्लिंकिट को सुनिश्चित करना चाहिए कि सभी कानूनी प्रक्रियाओं (Legal Processes) का पालन हो। उनका कहना है, “देश के कानूनों का पालन किए बिना कोई भी सेवा नहीं चलनी चाहिए।”
ब्लिंकिट की इस पहल को लेकर कुछ सवाल भी उठे, जैसे कि इमरजेंसी सेवाओं में नियमों का पालन और इस नई सेवा के प्रभावी संचालन का तरीका।
ईवी सेक्टर को क्या संदेश मिला?
ब्लिंकिट की एम्बुलेंस सेवा की लॉन्च के बाद, पीयूष गोयल ने इलेक्ट्रिक वाहन (EV) सेक्टर के प्रमुख हितधारकों से मुलाकात की। उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत का ईवी इकोसिस्टम अब आत्मनिर्भर हो गया है।
इस बैठक में बैटरी चार्जिंग और स्वैपिंग इंफ्रास्ट्रक्चर पर गहन चर्चा हुई। उन्होंने कहा कि मौजूदा सब्सिडी योजनाएं (Subsidy Schemes) ईवी सेक्टर को पर्याप्त प्रोत्साहन दे रही हैं और भविष्य में इस क्षेत्र को अतिरिक्त वित्तीय सहायता की आवश्यकता नहीं होगी।
बैटरी की गिरती लागत, ऑपरेटिंग खर्च में कमी, और प्लग-इन हाइब्रिड तथा बैटरी स्वैपिंग जैसी सुविधाओं ने ईवी क्षेत्र को मजबूत और आत्मनिर्भर बना दिया है।
हेल्थकेयर और ईवी का जुड़ाव
ब्लिंकिट की एम्बुलेंस सेवा और ईवी सेक्टर के विकास को जोड़कर देखा जा सकता है। इलेक्ट्रिक एम्बुलेंस न केवल पर्यावरण को लाभ पहुंचाएंगी, बल्कि इमरजेंसी सेवाओं को तेज़ और प्रभावी बनाने में मदद करेंगी।
ब्लिंकिट एम्बुलेंस सेवा (Blinkit Ambulance Service) और भारत में ईवी सेक्टर की प्रगति दोनों ही आधुनिक भारत के विकास का संकेत हैं। जहां ब्लिंकिट की सेवा इमरजेंसी हेल्थकेयर को सरल और तेज़ बनाएगी, वहीं ईवी सेक्टर का आत्मनिर्भर होना भारत की तकनीकी और पर्यावरणीय प्रगति को दर्शाता है।
ब्लिंकिट का यह कदम हेल्थकेयर सेक्टर में नई संभावनाओं का द्वार खोलता है। हालांकि, इस सेवा को सफल बनाने के लिए कानूनी और नैतिक मानकों का पालन करना भी उतना ही ज़रूरी है।
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