पिछले कुछ दिनों से मुंबई शहर की हवा जिस तरह से खराब हो रही है, उसे लेकर बीएमसी (BMC) काफी परेशान है. ऐसे में एयर पॉल्यूशन के बढ़ते स्तर को रोकने और कम करने के लिए कई कड़े कदम उठा रही है. इसी के मद्देनजर प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बीएमसी (BMC) कमिश्नर ने बैठक की. बैठक के बाद पॉल्यूशन को कंट्रोल में करने के लिए गाइडलाइन्स जारी की गई. गाइडलाइन्स जारी करने के बाद बीएमसी (BMC) कमिश्नर इकबाल सिंह चहल ने सख्त हिदायत देते हुए कहा कि, “हर हाल में इस गाइडलाइन का पालन किया जाए, नहीं तो कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी.”
आइए जानते हैं बीएमसी के गाइडलाइन्स में क्या कुछ कहा गया है –
- अगर कोई 70 मीटर से ज्यादा ऊंची इमारत का कंस्ट्रक्शन करता है, तो उसके चारों ओर 35 फीट ऊंचे टिन के पत्रों को लगाकर उसे ढंकना आवश्यक होगा.
- 1 एकड़ से अधिक कंस्ट्रक्शन के लिए 35 फीट ऊंचाई के टिन के पत्रों से ढकना होगा, वहीं अगर इससे कम के क्षेत्र में काम करना है तो 25 फीट ऊंचे टिन के पत्रों से बिल्डिंग को ढकना होगा
- अगर बिल्डिंग के कंस्ट्रक्शन का कार्य चल रहा है तो उन्हें हरे कपड़े, तारपोलिन या ज्युट से ढकना होगा.
- अगर कोई कंस्ट्रक्शन गिराना हो तो उसे चारों ओर से हरे कपड़े, तारपोलिन या फिर ज्यूट शीट से ढकना होगा.
- कंस्ट्रक्शन का काम चल रहा हो तो समय-समय पर वहां पानी का छिड़काव करना अनिवार्य है.
- कंस्ट्रक्शन में काम आने वाले सामानों पर भी समय-समय पर पानी का छिड़काव करना जरूरी है.
- कंस्ट्रक्शन के सामान को एक जगह से दूसरे जगह पर ले जाते वक्त उसे पूरी तरह से ढकना जरूरी है.
- कंस्ट्रक्शन साइट्स पर सीसीटीवी कैमरा अनिवार्य रूप से लगा होना चाहिए.
- कंस्ट्रक्शन के काम में आने वाली गाड़ियों की सफाई पर भी विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है.
- कंस्ट्रक्शन साइट्स पर एयर पॉल्यूशन को बढ़ने नहीं देने का सख्त फरमान भी बीएमसी ने सुनाया है.
- कंस्ट्रक्शन के सामानों को ढोने वाली गाड़ियों का समय-समय पर PUC होना आवश्यक होगा.
- कंस्ट्रक्शन साइट पर मलबा गिराने के लिए बीएमसी (BMC) का निर्देश आवश्यक होगा.
- मेट्रो के जमीन के ऊपर 25 फीट ऊपर तक बैरिकेडिंग से ढकना जरूरी.
- कंस्ट्रक्शन के समय वाटर स्प्रिंकलर और स्मॉग गन का इस्तेमाल होगा आवश्यक.
- कंस्ट्रक्शन के अलावा ये सारे गाइडलाइन्स MHADA, SRA, MIDC, MSRDA, Airport Authority, BPT, Railway, सरकारी और निजी विभागों के प्रोजेक्ट के लिए भी होगा अनिवार्य.
- रात के वक्त चोरी-छिपे जो मलबा फेका जाता है, उसे रोकने के लिए सभी बीएमसी असिस्टेंट कमिश्नर की स्पेशल टीम की होगी तैनाती.
- सभी विभागों के असिस्टेंट कमिश्नर को एयर पॉल्यूशन कम करने के लिए अपनी टीम गठित करने का दिया गया है निर्देश.
- छोटे विभाग में होंगे 2 टीम, मीडियम स्तर के विभाग में होंगे 4 टीम, तो वहीं बड़े विभागों में होंगे 6 टीम.
- ये विशेष टीम स्पॉट पर पहुंचकर उसका वीडियो भी बनाएंगे, निर्देशों का पालन सही से हो रहा है या नहीं, इसपर पर भी पैनी नजर रखेंगे. गाइडलाइन्स का पालन नहीं होने पर जगह को सील तक करने की है अनुमति.
- गाइडलाइन्स जारी होने के 15 दिन के अंदर वाटर स्प्रिंकलर और 30 दिन के अंदर स्मॉग गन खरीदना होगा आवश्यक.
- नियमों का पालन नहीं करने वाले वाहनों पर सख्त कार्रवाई कर सकते हैं RTO कमिश्नर.
- कंस्ट्रक्शन बिल्डर ट्रैकिंग सिस्टम वाले वाहनों का ही करे इस्तेमाल.
- गलती से भी सड़कों पर मलबा नहीं आने देने का भी दिया गया है निर्देश.
- सड़कों पर आने से पहले वाहनों की होनी चाहिए सफाई.
- महाराष्ट्र पॉल्यूशन नियंत्रण मंडल अगले महीने भर में HPCL, BPCL, RCF, औद्योगिक क्षेत्रों और टाटा पावर के एयर पॉल्यूशन पर रोजाना एक महीने तक ध्यान रखे और उचित कार्रवाई करें. इसकी रोजाना रिपोर्ट बीएमसी के शहर के अलावा कमिश्नर और पश्चिम उपनगर के आयुक्त को सौंपे.
गौरतलब है कि इन गाइडलाइन्स का पालन नहीं करने पर बीएमसी (BMC) ने सख्त कार्रवाई का निर्देश दिया है. फिलहाल मुंबई के अस्पतालों में OPD में पहुंचने वाले करीब 60 फीसदी मरीज सांस लेने में तकलीफ की शिकायत कर रहे हैं. परेशानी की बात है कि सुबह होते ही मायानगरी में जहरीली धुंध छाने लगती है. आर्थिक राजधानी की इस बीमार हालत ने हर किसी को हैरान और परेशान करने का काम किया है. खैर बीएमसी (BMC) अगर इसपर लगाम कसने के लिए सख्त कार्रवाई करती है, तो यकीनन मुंबई को पॉल्यूशन फ्री करना आसान हो जाएगा.