मुंबई में अपना करियर बनाने दूर-दूर से हज़ारों लोग आते हैं। इस भाग-दौड़ वाली ज़िंदगी में रहना आसान नहीं है, खासकर लड़कियों के लिए। किराया हो या खर्चे, सब बहुत ज़्यादा हैं। इन्हीं मुश्किलों को ध्यान में रखते हुए BMC ने कमाल का काम किया है – कामकाजी महिलाओं के लिए सस्ता और सुरक्षित हॉस्टल!
BMC ने गोरेगांव में कामकाजी महिलाओं के लिए एक हॉस्टल शुरू किया है। इस हॉस्टल को ‘सखी निवास’ नाम दिया गया है। यहां पर लड़कियां बेहद कम किराये में रह सकती हैं।
हॉस्टल में रहने का सबसे बड़ा फ़ायदा ये है कि लड़कियों को सेफ़्टी की चिंता नहीं करनी पड़ेगी। साथ ही, जो लड़कियां काम के साथ-साथ बच्चों की भी ज़िम्मेदारी उठा रही हैं, उनके लिए हॉस्टल में क्रिब की सुविधा भी होगी। यानी, ऑफिस के समय माएं अपने बच्चों को हॉस्टल में छोड़कर निश्चिंत होकर काम पर जा सकती हैं।
‘सखी निवास’ का काम पूरा होने को है और अप्रैल के बीच तक ये चालू हो जाएगा। इसका मैनेजमेंट डोंबिवली की संस्था ‘परिवर्तन महिला संस्था’ करेगी। इस संस्था का मकसद महिलाओं और बच्चों के लिए काम करना है।
पहले आओ, पहले पाओ वाली स्कीम के तहत BMC और NGO ने रजिस्ट्रेशन शुरू कर दिए हैं। हॉस्टल में अलग-अलग तरह के कमरे हैं – 4, 3, 2 शेयरिंग वाले और सिंगल बेड भी। इनके किराये भी तय किए गए हैं जो 3500 से लेकर 7500 तक हैं। ‘परिवर्तन महिला संस्था’ की वंदना तेंडुलकर का कहना है कि उनका मकसद इस हॉस्टल को जल्द से जल्द चालू करना है।