Breaking News: बेंगलुरु के एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर बुधवार को उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) की IPL 2025 जीत का जश्न मनाने के लिए हजारों प्रशंसक स्टेडियम में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे थे। इस दुखद हादसे ने उत्सव के माहौल को मातम में बदल दिया। मिली जानकारी के अनुसार भगदड़ में 7 लोगों की जान चली गई, जिनमें एक 6 साल की मासूम बच्ची भी शामिल है। इसके अलावा, 25 से अधिक लोगों के घायल होने की बात भी कही जा रही है, जिनमें से दो की हालत गंभीर बताई जा रही है।
हादसे की शुरुआत कैसे हुई?
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि स्टेडियम के मुख्य द्वार पर भारी भीड़ जमा हो गई थी। प्रशंसक RCB के खिलाड़ियों की एक झलक पाने के लिए बेताब थे, जिसके चलते धक्का-मुक्की शुरू हो गई। स्थिति तब और बिगड़ गई, जब एक नाले के ऊपर रखा गया स्लैब भीड़ के दबाव में ढह गया। इस घटना ने भगदड़ को और भयावह बना दिया, और देखते ही देखते ये खुशी का मौका एक त्रासदी में बदल गया।
पुलिस और प्रशासन का त्वरित कदम
कर्नाटक पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए हल्के बल का इस्तेमाल किया। घायलों को तुरंत नजदीकी अस्पतालों, जैसे बोवरिंग और लेडी कर्जन अस्पताल तथा वैदेही सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल, में भर्ती कराया गया। प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए तत्काल कदम उठाए, लेकिन हादसे की गंभीरता ने सभी को झकझोर कर रख दिया।
विजय परेड पर लगी रोक
बेंगलुरु ट्रैफिक पुलिस ने पहले ही भारी ट्रैफिक के कारण RCB की विजय परेड को रद्द करने की घोषणा कर दी थी। सुरक्षा कारणों से RCB टीम को सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया, और स्टेडियम में केवल टिकट धारकों को ही प्रवेश की अनुमति दी गई। इस फैसले ने भीड़ को और अधिक नियंत्रित करने में मदद की, लेकिन हादसे को रोक पाना संभव नहीं हो सका।
राजनीतिक विवाद ने पकड़ा तूल
इस त्रासदी के बाद राजनीतिक बयानबाजी भी शुरू हो गई। भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने कांग्रेस नेतृत्व वाली कर्नाटक सरकार पर “आपराधिक लापरवाही” का आरोप लगाया। BJP का कहना है कि भीड़ नियंत्रण के लिए कोई उचित व्यवस्था नहीं की गई थी, जिसके कारण ये हादसा हुआ।
मुख्यमंत्री का अस्पताल दौरा
इस बीच, कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने घायलों का हाल जानने के लिए अस्पताल का दौरा किया। उन्होंने प्रभावित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की और घायलों के इलाज के लिए हर संभव मदद का आश्वासन दिया। कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (KSCA) ने भी अपने सम्मान समारोह को सीमित दर्शकों के साथ स्टेडियम के अंदर आयोजित करने का फैसला किया।
गौरतलब है कि RCB ने मंगलवार को अहमदाबाद में पंजाब किंग्स को 6 रनों से हराकर 18 साल बाद अपनी पहली IPL ट्रॉफी जीती थी। ये जीत बेंगलुरु और RCB के प्रशंसकों के लिए एक ऐतिहासिक पल थी। लेकिन इस भगदड़ ने इस खुशी को फीका कर दिया। प्रशंसकों का उत्साह अब शोक में बदल गया है, और शहर इस त्रासदी से उबरने की कोशिश कर रहा है।
ये हादसा न केवल RCB की जीत के जश्न को प्रभावित कर गया, बल्कि ये भी सवाल उठाता है कि बड़े आयोजनों में भीड़ प्रबंधन को लेकर कितनी सावधानी बरती जा रही है। प्रशंसकों और शहरवासियों को अब इस दुखद घटना से सबक लेने और भविष्य में ऐसी त्रासदियों को रोकने की जरूरत है।
ये भी पढ़ें: बरसा जहाज का स्क्रैप ड्रामा: पांच साल से फंसा, अब 15 दिन में खत्म करने का वादा!