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कान्स विजेता पायल कपाडिया: शशि थरूर का पीएम मोदी से सवाल जिसने उड़ाए होश!

कान्स विजेता पायल कपाडिया

कान्स विजेता पायल कपाडिया: फिल्मकार पायल कपाडिया, जिन्होंने कान्स 2024 में अपनी फिल्म के लिए एक पुरस्कार जीता है, ने 2015 में गजेंद्र चौहान की एफटीआईआई अध्यक्ष के रूप में नियुक्ति के खिलाफ विरोध प्रदर्शन की अगुवाई की थी। इस संदर्भ में, कांग्रेस नेता शशि थरूर ने प्रधानमंत्री से एक प्रश्न किया है: “अगर भारत पायल कपाडिया पर गर्व करता है तो…?”12

पायल कपाडिया की उपलब्धि पायल कपाडिया ने कान्स फिल्म महोत्सव 2024 में अपनी फिल्म के लिए ग्रां प्री पुरस्कार जीता है, जो कि इस महोत्सव का दूसरा सबसे बड़ा सम्मान है। उनकी इस उपलब्धि पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी प्रशंसा की है।

एफटीआईआई विरोध प्रदर्शन 2015 में, पायल कपाडिया ने एफटीआईआई (फिल्म और टेलीविजन संस्थान भारत) के छात्रों के एक समूह के साथ मिलकर गजेंद्र चौहान की अध्यक्ष के रूप में नियुक्ति के खिलाफ विरोध किया था। छात्रों का मानना था कि चौहान इस पद के लिए योग्य नहीं हैं और उनकी नियुक्ति राजनीतिक रंग में रंगी गई है।

शशि थरूर का प्रश्न शशि थरूर ने प्रधानमंत्री से पूछा है कि अगर भारत पायल कपाडिया पर गर्व करता है, तो क्या सरकार को उनके और अन्य एफटीआईआई छात्रों के खिलाफ चल रहे मामलों को वापस नहीं लेना चाहिए। थरूर का यह प्रश्न उस समय आया है जब प्रधानमंत्री ने कपाडिया की कान्स में उपलब्धि की सराहना की है।

आगे की संभावनाएं इस प्रश्न के उत्तर में सरकार क्या कदम उठाएगी, यह देखना बाकी है। थरूर का यह प्रश्न न केवल एक व्यक्ति की उपलब्धि को लेकर है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि कैसे राजनीतिक निर्णय और विरोध प्रदर्शनों का प्रभाव लंबे समय तक रह सकता है। पायल कपाडिया की उपलब्धि और उनके विरोध के बीच का संबंध भारतीय समाज और राजनीति में एक दिलचस्प बहस को जन्म दे सकता है।

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