मुख्य चुनाव आयुक्त CEC राजीव कुमार ने गुरुवार को ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) पर उठे सवालों और शंकाओं को आम बात करार दिया। उन्होंने कहा कि ईवीएम पिछले कई दशकों से चुनावों का सफल संचालन कर रही है और वह भविष्य में भी अच्छा प्रदर्शन करेगी।
राजघाट पहुंचकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद मीडिया से बात करते हुए सीईसी ने कहा, “अब नतीजे सबके सामने हैं। अगले चुनाव तक ईवीएम को आराम करने दीजिए। अगले चुनाव में वह फिर उठेगी, फिर उसकी बैटरी बदली जाएगी, उसके पेपर्स बदले जाएंगे, फिर वह गाली खाएगी और वह अपने रिजल्ट अच्छे से दिखाएगी।”
उन्होंने यह भी कहा कि पिछले 20-22 साल से ऐसा ही हो रहा है। सरकारें बदलती जाती हैं, केंद्र से लेकर राज्यों तक। शायद जब ईवीएम का जन्म हुआ था, तब मुहूर्त ऐसा था कि उसको गाली खानी है, लेकिन यह एक भरोसेमंद मशीन है, जो अपना काम करती रहती है।
सीईसी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में चुनाव जल्द ही कराए जाएंगे। उन्होंने कहा, “जब हम 12 मार्च को वहां गए थे, तो हमने संकेत दिया था कि हम सही समय आने पर चुनाव कराएंगे। अभी हमारा उद्देश्य था कि लोकसभा चुनाव अच्छे से हो जाएं।”
चुनाव प्रक्रिया पूरी होने के बाद, सीईसी राजीव कुमार, आयुक्त ज्ञानेश कुमार और सुखबीर सिंह संधू ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को विजयी सांसदों की सूची सौंपी। यह औपचारिक प्रक्रिया 18वीं लोकसभा के गठन की शुरुआत है। इससे पहले, राष्ट्रपति ने 17वीं लोकसभा को भंग करने का आदेश दिया था।
हालांकि ईवीएम की प्रामाणिकता पर सवाल उठते रहे हैं, लेकिन सीईसी ने स्पष्ट किया कि यह एक विश्वसनीय और सुरक्षित मशीन है। उन्होंने देशवासियों को आश्वस्त किया कि इस मशीन के द्वारा चुनाव प्रक्रिया पारदर्शी और निष्पक्ष रहती है। अब देश की नजरें नई सरकार के शपथ ग्रहण समारोह पर टिकी हैं, जो 9 जून को होगा।