Congress Workers Insult: छत्तीसगढ़ कांग्रेस में हाल ही में एक बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने एक बैठक में अपने ही पार्टी के कार्यकर्ताओं को “चमचा” कहकर संबोधित किया। इस चरणदास महंत बयान ने न सिर्फ पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच नाराजगी पैदा की है, बल्कि सोशल मीडिया पर भी इसे लेकर तीखी चर्चा हो रही है। महंत ने कांग्रेसी नेताओं से कहा कि वे अपने-अपने “चमचों” को संभालकर रखें, जिससे कांग्रेस कार्यकर्ता अपमान का मुद्दा गरमाया हुआ है।
ये है कांग्रेस के ज़मीनी स्तर के कार्यकर्ताओं की इज्ज़त ..कांग्रेस के बड़े नेता माने जाने वाले छत्तीसगढ़ कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत की नजरों में कांग्रेसी कार्यकर्ता सिर्फ़ “चमचे” हैं .. महंत ने कहा कि कांग्रेसी नेता अपने-अपने चमचों को संभाल के रखें ..!
वाह रे… pic.twitter.com/dWQkymNpyN
— Kanhaiya Shukla (@Kanhaiyaa) September 5, 2025
यह बयान 3 सितंबर 2025 को रायपुर में हुई एक कांग्रेस बैठक में आया, जहां महंत ने अनुशासनहीनता पर बात करते हुए यह टिप्पणी की। उनके इस बयान ने पार्टी के ज़मीनी कार्यकर्ताओं के बीच रोष पैदा कर दिया। कई कार्यकर्ताओं ने इसे अपनी मेहनत और निष्ठा का अपमान बताया। छत्तीसगढ़ कांग्रेस विवाद तब और बढ़ गया जब इस बयान की खबर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। लोग सवाल उठा रहे हैं कि जब पार्टी के बड़े नेता अपनी ही टीम को ऐसी भाषा में संबोधित करते हैं, तो वे जनता का भरोसा कैसे जीतेंगे।
महंत का यह बयान ऐसे समय में आया है जब कांग्रेस पहले ही छत्तीसगढ़ में कई राजनीतिक चुनौतियों का सामना कर रही है। हाल के विधानसभा और लोकसभा चुनावों में पार्टी को भारी नुकसान हुआ है। ऐसे में कार्यकर्ताओं का मनोबल बनाए रखना जरूरी है। लेकिन इस तरह की टिप्पणी ने पार्टी के भीतर एकता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। कुछ कार्यकर्ताओं ने खुलकर कहा कि इस तरह की भाषा से उनकी मेहनत को ठेस पहुंचती है, जो दिन-रात पार्टी के लिए काम करते हैं।
सोशल मीडिया पर इस बयान को लेकर तीखी प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। कुछ यूजर्स ने लिखा कि चरणदास महंत बयान से कांग्रेस की सोच सामने आ गई है, जो अपने कार्यकर्ताओं को सम्मान देने के बजाय अपमानित करती है। वहीं, कुछ लोगों ने इसे महंत की ओर से अनजाने में हुई गलती बताया, लेकिन यह सवाल बना हुआ है कि क्या यह बयान पार्टी के लिए भारी पड़ेगा।
चरणदास महंत छत्तीसगढ़ कांग्रेस के बड़े नेता हैं और नेता प्रतिपक्ष के रूप में उनकी भूमिका अहम है। वे पहले लोकसभा सांसद, केंद्रीय मंत्री और छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष रह चुके हैं। लेकिन इस बयान ने उनकी छवि पर सवाल उठाए हैं। पार्टी के अंदरूनी सूत्रों का कहना है कि यह कांग्रेस कार्यकर्ता अपमान का मामला जल्दी शांत नहीं होने वाला, क्योंकि कार्यकर्ता पहले से ही नेतृत्व के रवैये से नाराज हैं।
छत्तीसगढ़ कांग्रेस विवाद ने विपक्षी दलों को भी मौका दे दिया है। बीजेपी ने इस बयान पर तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस अपने ही कार्यकर्ताओं का सम्मान नहीं कर पा रही। इस बीच, महंत ने इस मामले पर कोई सफाई नहीं दी है, जिससे यह मुद्दा और गर्म होता जा रहा है। कार्यकर्ताओं और समर्थकों की नजर अब इस बात पर है कि पार्टी इस विवाद को कैसे संभालती है।