बॉम्बे हाईकोर्ट ने BMC और महाराष्ट्र सरकार को फटकार लगाई: पेड़ों पर रंग-बिरंगी लाइटें लगाकर मुंबई को चमकाने की कोशिश की जा रही थी, लेकिन अब कोर्ट की फटकार के बाद ये लाइटें उतरने लगी हैं। दरअसल, पर्यावरण प्रेमियों का कहना था कि इन लाइटों की वजह से पेड़ों को नुकसान हो रहा है, और इनकी शिकायत हाईकोर्ट तक पहुंच गई।
शहर को सुंदर बनाने के लिए मुंबई नगर निगम (BMC) ने कई पेड़ों पर सजावटी लाइट्स लगवाई थीं। लेकिन पर्यावरण प्रेमियों और जानकारों ने इस पर आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि पेड़ों पर लगी ये लाइट्स ना सिर्फ पेड़ों को नुकसान पहुंचाती हैं, बल्कि रात में सक्रिय रहने वाले जीव-जंतुओं के लिए भी हानिकारक साबित हो सकती हैं।
इसी मुद्दे को लेकर एक्टिविस्ट रोहित मनोहर जोशी ने जनहित याचिका दायर की। याचिका पर सुनवाई करते हुए बॉम्बे हाईकोर्ट ने BMC और महाराष्ट्र सरकार को फटकार लगाई और जवाब मांगा। हाईकोर्ट की फटकार के बाद BMC ने फौरान कार्रवाई शुरू की है। अब शहर के अलग-अलग हिस्सों से इन लाइटों को हटाया जा रहा है।
शहर को सुंदर बनाने की कोशिश अच्छी है, लेकिन साथ ही साथ पर्यावरण के बारे में सोचना भी बेहद जरूरी है। कई बार जाने-अनजाने में हम ऐसे काम कर देते हैं, जिससे प्रकृति को नुकसान पहुंचता है।
ये लाइट्स मुख्यमंत्री के ‘मुंबई सौंदर्यीकरण प्रोजेक्ट’ के तहत लगाई गई थीं। आप चाहें तो किसी पर्यावरणविद् या वनस्पतिशास्त्री (botanist) का बयान शामिल कर सकते हैं, जिसमें वो पेड़ों पर लाइट लगाने के दुष्प्रभाव बता रहे हों।