राजनीति में तीखे हमलों का सिलसिला थमता नज़र नहीं आ रहा। बिहार कांग्रेस द्वारा सोशल मीडिया पर पीएम मोदी और उनकी दिवंगत मां का एआई तकनीक से बना वीडियो जारी करने के बाद बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। वीडियो सामने आते ही बीजेपी और जेडीयू ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा और इसे “देश की हर मां का अपमान” बताया।
वीडियो से क्यों भड़की राजनीति?
कांग्रेस के आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट से अपलोड हुए इस एआई वीडियो में प्रधानमंत्री मोदी और उनकी मां को लेकर आपत्तिजनक दृश्य दिखाए गए। बीजेपी का कहना है कि ये सीधे-सीधे न सिर्फ प्रधानमंत्री बल्कि उनकी दिवंगत मां का भी अपमान है। खास बात ये है कि ये वीडियो उस समय आया है जब देश में पितृ पक्ष चल रहा है, जिसे लेकर बीजेपी और जेडीयू दोनों ने कांग्रेस पर “संवेदनहीनता” का आरोप लगाया।
बीजेपी नेताओं का हमला
भाजपा नेता शाहनवाज हुसैन ने इसे कांग्रेस की “बेशर्मी” करार दिया। उन्होंने कहा, “पहले कांग्रेस के मंच से पीएम मोदी की मां को गाली दी गई और अब उनकी मृत्यु के बाद भी एआई वीडियो बनाकर उनका अपमान किया जा रहा है।”
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने भी कांग्रेस को घेरा और कहा, “प्रधानमंत्री की मां सिर्फ मोदी जी की नहीं, बल्कि पूरे देश की मां हैं। बिहार की जनता कांग्रेस को सबक सिखाएगी।”
भाजपा सांसद राधा मोहन दास अग्रवाल ने इसे राजनीति का “नया निचला स्तर” बताया और कहा कि कांग्रेस डीपफेक तकनीक का दुरुपयोग कर देश को गुमराह कर रही है। वहीं भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कांग्रेस को “गांधीवादी नहीं, गालीवादी पार्टी” कहा।
Gandhiwadi nahi Gaali wali Congress
Maa ka apman
Nahi sahega Hindustan pic.twitter.com/r6QSylSwvU— Shehzad Jai Hind (Modi Ka Parivar) (@Shehzad_Ind) September 12, 2025
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सीआर केसवन ने और भी कड़ा रुख अपनाया और आरोप लगाया कि कांग्रेस अब “नारी शक्ति का अपमान” करने वाली पार्टी बन चुकी है।
जेडीयू भी हमलावर
जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि कांग्रेस मानसिक दुराग्रह की शिकार है। पितृ पक्ष के दौरान इस तरह का वीडियो जारी करना न सिर्फ दिवंगत आत्माओं का अपमान है, बल्कि ये दर्शाता है कि कांग्रेस राजनीति में “निर्लज्जता की पराकाष्ठा” पर पहुंच चुकी है। उन्होंने चेतावनी दी कि “सीता की धरती बिहार” मां और बेटी का अपमान बर्दाश्त नहीं करेगी।
ये विवाद केवल एक वीडियो तक सीमित नहीं है। ये बताता है कि भारतीय राजनीति में तकनीक का इस्तेमाल किस तरह विवाद और टकराव को जन्म दे रहा है। एआई तकनीक से बने इस वीडियो ने न सिर्फ चुनावी बहस को गरमाया है बल्कि ये भी सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या राजनीति अब व्यक्तिगत हमलों और परिवारों तक सिमट कर रह गई है?
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