राजधानी दिल्ली में एक बार फिर राजनीति गरमा गई है। आबकारी नीति (Delhi liquor policy case) कथित अनियमितता मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को आज तिहाड़ जेल में आत्मसमर्पण करने के बाद 5 जून तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। उनकी अंतरिम जमानत समाप्त होने के बाद उन्हें खुद को न्यायालय के समक्ष पेश करना पड़ा।
आज के इस घटनाक्रम ने पूरे शहर में हलचल मचा दी है। केजरीवाल की गिरफ्तारी ने उनके समर्थकों को सड़कों पर उतार दिया है। तिहाड़ जेल के बाहर प्रदर्शनकारियों की भीड़ जमा हो गई। उनके अनुयायियों ने जमकर नारेबाजी की और केजरीवाल की रिहाई की मांग की।
दूसरी ओर, विपक्षी दल इसे दिल्ली सरकार की बदइंतजामी और भ्रष्टाचार की कलई खोलने वाला मामला बता रहे हैं। उनका कहना है कि आबकारी नीति में अनियमितताएं दिल्ली सरकार की गलत नीतियों का नतीजा हैं। विपक्ष इस पूरे मामले की न्यायिक जांच की मांग कर रहा है।
इस बीच अदालत ने मामले की गंभीरता को देखते हुए गहन जांच का आदेश दिया है। इसी कारण केजरीवाल को जांच पूरी होने तक न्यायिक हिरासत में रखा गया है। उनकी अगली सुनवाई 5 जून को होगी, जिसमें न्यायालय आगे की कार्रवाई तय करेगा।
सभी की निगाहें इस मामले के अगले विकास पर टिकी हुई हैं। दिल्ली की जनता और राजनीतिक पंडित इस पूरे घटनाक्रम पर कड़ी नजर रखे हुए हैं। वहीं, इस पूरे मसले पर दिल्ली की सियासत गरमा गई है और आने वाले दिनों में इसके और उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकते हैं।