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लोकतंत्र की जीत: बंगाल 75.66%, आंध्र 68.04% मतदान के साथ चौथे चरण में 62.31% वोटिंग

लोकतंत्र की जीत: बंगाल 75.66%, आंध्र 68.04% मतदान के साथ चौथे चरण में 62.31% वोटिंग

लोकतंत्र के इस महापर्व में देशभर से उत्साहजनक प्रतिक्रियाएं मिलीं। 10 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की कुल 96 संसदीय सीटों पर मतदान आयोजित किया गया। यह चरण विशेष रूप से महत्वपूर्ण था क्योंकि इसमें बड़े राज्य जैसे पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश शामिल थे, जहां प्रमुख राजनीतिक दलों के अग्रणी नेताओं ने अपनी किस्मत आजमाई।

सबसे पहले, पश्चिम बंगाल की बात करें तो यहां एक ओर तृणमूल कांग्रेस प्रमुख और मौजूदा सांसद महुआ मोइत्रा ने अपनी सीट बचाने की कोशिश की, वहीं भारतीय जनता पार्टी ने उनके खिलाफ पूरी ताकत झोंक दी थी। इसी प्रकार, उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव मैदान में उतरे थे।

जम्मू-कश्मीर की बात करें तो यहां के लोगों ने भारी संख्या में मतदान किया, क्योंकि यह अनुच्छेद 370 हटने के बाद पहला बड़ा लोकसभा चुनाव था। राज्य में शांतिपूर्ण मतदान ने लोकतंत्र की मजबूती को दर्शाया।  

इसके अलावा, आंध्र प्रदेश और ओडिशा में भी समानांतर विधानसभा चुनाव हुए, जिनमें स्थानीय मुद्दे मुख्य आकर्षण रहे। आंध्र प्रदेश की कुल 175 और ओडिशा की 28 विधानसभा सीटों के लिए वोट डाले गए।

मतदान प्रतिशत की बात करें तो पश्चिम बंगाल में सर्वाधिक 75.66% मतदान हुआ। इसके बाद आंध्र प्रदेश में 68.04% और मध्य प्रदेश में 68.01% लोगों ने मतदान किया। ऐसी उच्च मतदान दर लोकतंत्र की सशक्त स्थिति को दर्शाती है और भविष्य के लिए एक आशाजनक संकेत है।  

कुल मिलाकर, इस चौथे चरण का मतदान लोकतंत्र की सफल परंपरा को आगे बढ़ाने वाला रहा। इसमें मतदाताओं ने बड़ी संख्या में भाग लिया और अपना लोकतांत्रिक अधिकार निभाया। अब सभी की निगाहें चुनाव परिणामों पर टिकी हैं।

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