डोंबिवली ब्लास्ट: डोंबिवली में अमुदन केमिकल कंपनी में हुए भयानक रिएक्टर ब्लास्ट के मामले में पुलिस ने कंपनी के मालिक मलय मेहता को गिरफ्तार कर लिया है। इस धमाके में 10 लोगों की मौत हो गई थी और 68 लोग घायल हुए थे। अब क्राइम ब्रांच इस हादसे की वजह जानने के लिए जांच कर रही है।
क्या हुआ था उस दिन?
पुलिस ने घटनास्थल का दौरा किया और मेहता से पूछताछ की। मेहता ने बताया कि उनकी कंपनी कीटनाशक और गोंद बनाने वाले उत्पादों में इस्तेमाल होने वाला एक रसायन बनाती थी। पुलिस को मौके पर 15 से 20 फीट गहरा गड्ढा मिला है, जो धमाके की वजह से बना है।
कौन है मलय मेहता?
मलय मेहता अमुदन केमिकल कंपनी के मालिक हैं और उनकी पत्नी स्नेहा मेहता कंपनी की डायरेक्टर हैं। मलय के पिता प्रदीप मेहता की 2019 में मौत हो गई थी, जिसके बाद मलय ने कंपनी की कमान संभाली थी।
कैसे हो रही है जांच?
केमिकल विशेषज्ञों ने मिट्टी, पत्थर और प्लास्टिक ड्रम के नमूने लिए हैं ताकि यह पता लगाया जा सके कि अमुदन केमिकल कंपनी किस तरह के रसायन का भंडारण या निर्माण कर रही थी। रिपोर्ट चार दिनों के भीतर क्राइम ब्रांच को सौंपी जाएगी।
जांच अधिकारी ने बताया कि रिएक्टर विस्फोट एक तकनीकी मामला है, इसलिए क्राइम ब्रांच यह पता लगाने के लिए औद्योगिक सुरक्षा और स्वास्थ्य निदेशालय (DISH) से मदद मांग रही है कि क्या कंपनी के अधिकारियों की ओर से लापरवाही हुई थी और मालिक के अलावा किसे जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए।
अभी भी कई सवालों के जवाब बाकी हैं
क्या कंपनी में सुरक्षा नियमों का पालन किया जा रहा था?
क्या कंपनी के पास जरूरी लाइसेंस और परमिशन थे?
हादसे के लिए कौन जिम्मेदार है?
क्या इस तरह के हादसों को भविष्य में रोका जा सकता है?
इन सभी सवालों के जवाब जानने के लिए जांच जारी है। उम्मीद है कि जल्द ही सच्चाई सामने आएगी और दोषियों को सजा मिलेगी।
2016 में भी हुआ था ऐसा ही हादसा
आपको बता दें कि मई 2016 में भी डोंबिवली में एक केमिकल फैक्ट्री में धमाका हुआ था, जिसमें 12 लोगों की मौत हो गई थी और 200 से ज्यादा लोग घायल हुए थे।
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