मुंबई में यातायात सुधारने की दिशा में एक और कदम बढ़ाते हुए BKC (Bandra Kurla Complex) में जल्द ही ड्राइवरलेस पॉड टैक्सी चलाई जाएगी। ये अनोखी और पूरी तरह से स्वचालित टैक्सियाँ 8-मीटर ऊँचे खंभों पर बने एलिवेटेड ट्रैक पर चलेंगी, जिससे सड़क पर ट्रैफिक पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
ड्राइवरलेस पॉड टैक्सी क्या है?
ड्राइवरलेस पॉड टैक्सी, एक छोटी लेकिन अत्याधुनिक परिवहन प्रणाली है, जो पूरी तरह से स्वचालित होती है। MMRDA (Mumbai Metropolitan Region Development Authority) ने बीकेसी के भीतर यात्रियों को आसानी से लाने और ले जाने के लिए इसे शुरू करने का फैसला लिया है। बीकेसी एक प्रमुख व्यापारिक जिला है जहाँ हर दिन 4 लाख से 6 लाख लोग आते हैं। इसलिए, इस क्षेत्र में ट्रैफिक की समस्या को हल करने के लिए पॉड टैक्सी प्रणाली को लागू किया जा रहा है।
परियोजना की जानकारी
इस परियोजना का बजट 1,016 करोड़ रुपये है और इसे 2027 तक चालू करने की योजना बनाई गई है। Sai Green Mobility Private Limited कंपनी को यह परियोजना दी गई है, जो इसे Public-Private Partnership मॉडल के तहत 30 साल तक चलाएगी। इन पॉड टैक्सियों का रूट 8.8 किलोमीटर लंबा होगा और यह बीकेसी के अंदर कुल 38 स्टेशन पर रुकेगी।
हर पॉड टैक्सी की लंबाई 3.5 मीटर, चौड़ाई 1.47 मीटर, और ऊँचाई 1.8 मीटर होगी। यह एक बार में 6 यात्रियों को 40 किमी/घंटा की अधिकतम गति से ले जाने में सक्षम होगी। यात्रियों की सुविधा के लिए इन पॉड टैक्सियों की आवृत्ति हर 15 से 30 सेकंड में होगी, जिससे लगातार और सुगम यात्रा हो सकेगी।
पॉड टैक्सी के फायदे और किराया
बीकेसी जैसे व्यस्त व्यापारिक इलाके में पॉड टैक्सी प्रणाली से यात्रियों को Last-Mile Connectivity का लाभ मिलेगा, जिससे उन्हें अंतिम गंतव्य तक पहुँचने में आसानी होगी। खासतौर पर जो लोग Bandra और Kurla जैसे रेलवे स्टेशनों से बीकेसी की संकरी सड़कों से होकर आते हैं, उनके लिए यह बहुत फायदेमंद होगा।
किराए के मामले में, यह परियोजना यात्रियों को सस्ते और किफायती दरों पर परिवहन सेवा प्रदान करेगी। TEFS (Techno-Economic Feasibility Study) के अनुसार, पॉड टैक्सी का किराया लगभग 21 रुपये प्रति किलोमीटर तय किया गया है, जो वर्तमान में ऑटो-रिक्शा और टैक्सी किराए के मुकाबले प्रतिस्पर्धी है। यात्रियों ने इस नई प्रणाली के लिए सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है, और इसका किराया हर साल 4% बढ़ने की संभावना है, जिससे ऑपरेशनल लागत और महँगाई को ध्यान में रखा जा सके।
भविष्य की योजना और विस्तार
इस पॉड टैक्सी प्रणाली को सफलतापूर्वक लागू करने के बाद, इसे मुंबई के अन्य क्षेत्रों में भी बढ़ाने की योजना बनाई जा रही है। यदि यह परियोजना समय पर पूरी हो जाती है, तो मुंबई की यातायात व्यवस्था को सुगम और पर्यावरण के अनुकूल बनाया जा सकेगा।
बीकेसी में पॉड टैक्सी न केवल ट्रैफिक की समस्या को हल करेगी, बल्कि यह शहर के अन्य क्षेत्रों के लिए भी एक उदाहरण प्रस्तुत करेगी। इस परियोजना का उद्देश्य मुंबई को स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित करना है, जहाँ यातायात सुविधाएँ आधुनिक, टिकाऊ और किफायती हों।
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