महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नाशिक दौरे के दौरान उनके सामान की चुनाव आयोग के अधिकारियों द्वारा जांच की गई। यह घटना गुरुवार को नाशिक के पंचवटी इलाके में हुई। इस जांच की वजह शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के सांसद संजय राउत द्वारा लगाये गए आरोप थे।
संजय राउत ने सोमवार को आरोप लगाया था कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने नाशिक के लिए हेलीकॉप्टर में नकदी से भरे बैग ले जाए थे। राउत ने एक वीडियो भी पोस्ट किया था, जिसमें शिंदे नाशिक में हेलीकॉप्टर से उतरते हुए और उनके आसपास कुछ लोग बड़े बैग ले जाते हुए दिखाई दे रहे थे।
राउत ने मीडिया से बातचीत में कहा था, “अगर उनका दावा है कि लोगों का समर्थन है, तो फिर वोटरों को लुभाने के लिए उन्हें पैसे की जरूरत क्यों है? अधिकारियों के पास हमारे हेलीकॉप्टरों की जांच करने का समय है, लेकिन इन लोगों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाती है।”
इसके बाद, शिंदे ने नाशिक में आगमन पर कहा कि उनकी पार्टी इस बार नाशिक लोकसभा क्षेत्र को बड़े अंतर से जीतेगी। उन्होंने राउत के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि बैग में कपड़े थे।
शिवसेना प्रवक्ता संजय शिरसाट ने भी राउत के दावे को खारिज किया और कहा कि बैग में कपड़े थे। उन्होंने कहा, “जब कोई नेता ऐसे दौरे पर जाता है, तो वह कपड़ों से भरे बैग लेकर जाता है। राउत कल्पना कर रहे हैं।”
महाराष्ट्र में 13 लोकसभा सीटों पर 20 मई को पांचवें चरण के लोकसभा चुनाव होंगे, जिसमें केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, अभिनेता-राजनेता भूषण पाटिल और सार्वजनिक अभियोजक उज्ज्वल निकम प्रमुख उम्मीदवार हैं। महाराष्ट्र में कुल 48 लोकसभा सीटें हैं, जो उत्तर प्रदेश के बाद दूसरी सबसे ज्यादा हैं।
इस घटना के बाद, चुनावी प्रक्रिया की पारदर्शिता और निष्पक्षता को लेकर चर्चा हुई है। राजनीतिक दलों द्वारा एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाए जा रहे हैं, जबकि चुनाव आयोग की भूमिका निष्पक्ष और पारदर्शी होना चाहिए।