कस्टम्स वालों को लगता है वो ऊपरवाले हैं…जो मन में आया, कर दिया! पर बॉम्बे हाई कोर्ट ने इन्हें जमीन पर ला दिया है। तीन सोने के व्यापारियों, चोकशी अरविंद ज्वैलर्स, पल्लव गोल्ड और मैक्सिस बुलियन के बैंक अकाउंट इन्होंने सील कर दिए, क्योंकि इनपर सोने की स्मगलिंग का शक था। पर कोर्ट ने साफ कर दिया कि ऐसा मनमानी से नहीं किया जा सकता।
कस्टम्स वालों ने छापे मारने के बाद सीधे इन व्यापारियों के बैंकों को लेटर लिखकर अकाउंट फ्रीज़ करवा दिए। व्यापारियों को तो इसकी खबर भी नहीं लगी! कोर्ट में जब इनके वकील ने ये बात उठाई, तो कस्टम्स का जवाब था – “हमको किसी को बताने की जरूरत नहीं है, बैंक को लेटर लिख दिया, वही काफी है!”
कोर्ट ने इन्हें बड़े अच्छे से कानून समझाया। अगर किसी का भी बैंक अकाउंट सील करना है, तो उसके लिए कुछ नियम होते हैं, जो कस्टम्स एकदम से भूल गया था। सबसे पहले तो ये साबित करना होता है कि अकाउंट सील करना क्यों जरूरी है। उसके बाद, अकाउंट होल्डर को इसकी सूचना देनी होती है। यहां तो दोनों ही बातें गायब थीं!
कोर्ट ने कस्टम्स को बुरी तरह लताड़ लगाई है। उनका कहना है कि ऐसे काम मनमाने तरीके से नहीं किए जाते, नहीं तो सरकार किसी को भी परेशान करने लगेगी। जजों ने ये तक कह दिया कि कस्टम्स जो तरीका अपना रहा है, उससे कानून की धज्जियां उड़ जाती हैं!
कोर्ट ने अकाउंट खोलने का तो आदेश दे दिया, पर ये कस्टम्स वाले कब सुधरेंगे, भगवान जाने! वैसे भी, इनसे पूछताछ करो तो बोलते हैं – “हम जांच कर रहे हैं…”। पर असली वजह अक्सर कुछ और ही होती है! चलो, इस बार इन सोने के व्यापारियों की किस्मत अच्छी थी जो कोर्ट ने सही समय पर दखल दिया।