मुंबई

स्ट्रीट वेंडर्स एक्ट के तहत मुंबई में पहली बार फेरीवालों के लिए चुनाव, 5 अगस्त से शुरू होगी प्रक्रिया

स्ट्रीट वेंडर्स एक्ट के तहत मुंबई में पहली बार फेरीवालों के लिए चुनाव, 5 अगस्त से शुरू होगी प्रक्रिया

मुंबई शहर में एक बड़ा बदलाव आने वाला है। यह बदलाव शहर के फेरीवालों की ज़िंदगी में खुशहाली लाएगा। बृहन्मुंबई नगर निगम यानी बीएमसी ने एक बहुत ही महत्वपूर्ण फैसला लिया है। वह फैसला है टाउन वेंडिंग कमेटी यानी टीवीसी के लिए चुनाव कराना। यह चुनाव फेरीवालों के लिए बहुत ज़रूरी है। इस चुनाव से फेरीवालों को अपने हक के लिए आवाज़ उठाने का मौका मिलेगा।

टीवीसी क्या है और यह क्यों ज़रूरी है? टीवीसी एक ऐसी कमेटी है जो फेरीवालों के हितों की रक्षा करेगी। यह कमेटी तय करेगी कि कौन फेरी लगा सकता है और कहाँ लगा सकता है। इससे फेरीवालों को अपना काम करने में आसानी होगी। वे बिना डर के अपना व्यापार कर पाएंगे।

इस चुनाव में कौन वोट दे सकता है? मुंबई में 32,415 फेरीवाले हैं जिनके पास पंजीकरण है। ये सभी फेरीवाले इस चुनाव में वोट दे सकेंगे। यह पहली बार है जब फेरीवालों को अपने प्रतिनिधि चुनने का मौका मिलेगा।

चुनाव कब होगा? चुनाव की तैयारी 5 अगस्त से शुरू होगी। लोग 5 अगस्त से अपना नाम चुनाव के लिए दे सकेंगे। फिर 29 अगस्त को वोटिंग होगी। उसी दिन नतीजे भी आ जाएंगे। यानी एक ही दिन में पता चल जाएगा कि कौन जीता और कौन हारा।

टीवीसी में कितने लोग होंगे? टीवीसी में कुल 64 फेरीवाले होंगे। इनमें से कुछ सीटें खास लोगों के लिए रखी गई हैं। जैसे, 8 सीटें महिलाओं के लिए, 2 सीटें अपंग लोगों के लिए, 5 सीटें अल्पसंख्यकों के लिए, 4 सीटें ओबीसी के लिए, 3 सीटें अनुसूचित जाति के लिए और 2 सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए हैं।

टीवीसी कैसे काम करेगी? मुंबई को सात हिस्सों में बाँटा गया है। हर हिस्से के लिए एक अलग कमेटी होगी। इन सात कमेटियों के ऊपर एक बड़ी कमेटी होगी। हर कमेटी में आठ फेरीवाले होंगे। इन फेरीवालों का चुनाव होगा। इसके अलावा कमेटी में दूसरे लोग भी होंगे। जैसे, वहाँ रहने वाले लोगों के प्रतिनिधि और समाज सेवी संस्थाओं के लोग।

यह चुनाव क्यों ज़रूरी है? 2014 में एक कानून बना था। इस कानून का नाम है स्ट्रीट वेंडर्स एक्ट। इस कानून के मुताबिक, फेरीवालों को अपने हक के लिए आवाज़ उठाने का मौका मिलना चाहिए। इसलिए टीवीसी में 40 प्रतिशत फेरीवाले होने चाहिए। यह चुनाव इसी कानून को पूरा करने के लिए हो रहा है।

चुनाव कैसे होगा? बीएमसी ने चुनाव के लिए पूरी तैयारी की है। पूरे शहर में 42 जगहों पर वोट डाले जा सकेंगे। चुनाव कराने के लिए 350 लोगों को काम पर लगाया गया है। चुनाव में कोई गड़बड़ी न हो, इसके लिए 175 लोग सुरक्षा का काम देखेंगे।

फेरीवालों की मांग क्या है? इस महीने की शुरुआत में फेरीवालों ने विरोध प्रदर्शन किया था। उन्होंने मांग की थी कि 2014 के कानून को सही तरह से लागू किया जाए। वे चाहते थे कि हर जगह टाउन वेंडिंग कमेटी बने।

इस चुनाव में देरी क्यों हुई? बीएमसी के बड़े अधिकारियों का कहना है कि लोकसभा चुनाव और कुछ दूसरे कारणों से यह चुनाव देरी से हो रहा है।

यह चुनाव मुंबई के फेरीवालों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इससे उन्हें अपने हक के लिए लड़ने का मौका मिलेगा। उम्मीद है कि इस चुनाव से फेरीवालों की ज़िंदगी में सुधार आएगा और वे बिना किसी परेशानी के अपना काम कर पाएंगे।

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