H5N1 Bird Flue: हाल ही में, वैज्ञानिकों ने H5N1 बर्ड फ्लू को लेकर अलर्ट जारी किया है। उनका कहना है कि ये वायरस अगली महामारी बन सकता है। H5N1 वायरस पहले भी कई बार इंसानों में फैल चुका है, और इसकी मृत्यु दर काफी अधिक है।
दरअलसल कुत्ते, बिल्ली, गाय, पक्षियों और मनुष्यों में H5N1 के संक्रमण पाए गए हैं, जिससे दुनिया भर के लोगों में चिंता बढ़ गई है। बर्ड फ्लू के H5N1 के स्ट्रेन की वजह से कई तरह की गंभीर समस्याएं बढ़ने की संभावना है। मनुष्यों में इस वायरल के तेजी से फैलने की काफी ज्यादा संभावना है।
कोविड 19 से 100 गुना ज्यादा खतरनाक
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो H5N1 वायरस को कोविड-19 से 100 गुना ज्यादा माना जा रहा है। ये मौत के मामलों को बनाए रखते हुए म्यूटेट हो सकता है। WHO के आंकड़ों के अनुसार H5N1 वायरस से मृत्यु दर का अनुमान करीब 52 फीसदी आशंका जताई जा रही है।
क्यों खतरनाक है H5N1 वायरस?
H5N1 वायरस को बर्ड फ्लू के तौर पर जाना जाता है, जिसकी वजह से पिछले तीन सालों में लाखों पक्षियों की जान चली गई है। सबसे पहले चीन में साल 1997 में ये वायरस हंसों के माध्यम से उभरा था। बाद में ये वायरस मनुष्यों में भी पाए गए और इसकी वजह से करीब 50% लोगों की जान चली गई थी।
अमेरिका में हुई शुरुआत
खबरों की मानें तो अमेरिका के करीब 4 राज्यों में स्तनधारी जानवरों के साथ-साथ मवेशियों के झुंड संक्रमित पाए गए हैं। ना सिर्फ जानवर, बल्कि टेक्सास के एक डेयरी कर्मचारी में भी ये वायरस पाया गया है। ऐसे में दुनिया भर के लोगों के लिए ये वायरस काफी ज्यादा चिंता का विषय है।
क्या सावधानी बरतनी चाहिए?
वैज्ञानिकों ने H5N1 वायरस से बचने के लिए कुछ सावधानी बरतने की सलाह दी है। जिनमें सबसे पहला तो यही है कि, पक्षियों से संपर्क करने से बचें, खासकर यदि वे बीमार दिख रहे हों तो। दूसरा ये है कि कभी भी मांस को अच्छी तरह से पकाकर ही खाएं। तीसरी सावधानी ये है कि बार-बार हाथों को साबुन और पानी से धोएं। किसी भी तरह की कोई परेशानी होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
ये महत्वपूर्ण है कि हम H5N1 वायरस को लेकर सतर्क रहें और सावधानियां बरतें। यदि हम सतर्क रहेंगे, तो हम इस वायरस को फैलने से रोक सकते हैं और अगली महामारी को रोक सकते हैं।