हरियाणा के हिसार जिले से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है, जहां नारनौंद कस्बे के बास गांव में स्थित करतार मेमोरियल स्कूल में दो नाबालिग छात्रों ने अपने प्रिंसिपल की चाकू मारकर हत्या कर दी। ये घटना तब हुई, जब प्रिंसिपल ने छात्रों को बाल कटवाकर स्कूल आने और अनुशासन का पालन करने की हिदायत दी थी। इस निर्देश से नाराज होकर छात्रों ने इस खौफनाक कदम को अंजाम दिया।
क्या है पूरा मामला?
मिली जानकारी के अनुसार ये घटना करतार मेमोरियल स्कूल में हुई, जहां प्रिंसिपल ने छात्रों को स्कूल की अनुशासन नीति के तहत बाल कटवाने का आदेश दिया था। इस बात से गुस्साए दो नाबालिग छात्रों ने प्रिंसिपल पर चाकू से हमला कर दिया, जिससे उनकी मौत हो गई। पुलिस ने प्रिंसिपल के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए हिसार भेज दिया है और मामले की गहन जांच शुरू कर दी है।
एसपी अमित यशवर्धन ने कहा, “हम इस मामले को गंभीरता से ले रहे हैं। दोनों नाबालिग छात्रों को हिरासत में लिया गया है, और उनसे पूछताछ की जा रही है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि प्रिंसिपल का अनुशासन पर जोर देना ही इस घटना का कारण बना।” पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि क्या इस वारदात में कोई और लोग शामिल थे या ये पूरी तरह से गुस्से में लिया गया फैसला था।
ये घटना न केवल स्थानीय लोगों के लिए बल्कि पूरे समाज के लिए एक गंभीर सवाल खड़ा करती है। स्कूल जैसे शिक्षण संस्थानों में अनुशासन और छात्रों के व्यवहार को लेकर क्या कदम उठाए जाने चाहिए? क्या बच्चों को अनुशासन सिखाने के तरीके में बदलाव की जरूरत है? इस घटना ने शिक्षकों और छात्रों के बीच संवाद की कमी को भी उजागर किया है।
पुलिस ने इस मामले में निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया है। साथ ही, स्कूल प्रशासन और स्थानीय लोग इस घटना से सदमे में हैं। ये वारदात शिक्षा व्यवस्था और समाज में अनुशासन के महत्व पर एक गहरी बहस छेड़ सकती है। हम इस मामले में आगे की जानकारी के लिए नजर बनाए हुए हैं।
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