महाराष्ट्र

हिंगोली में कैंसर का डरावना खुलासा: 13,500 महिलाओं में पाए गए संदिग्ध लक्षण

हिंगोली
Image Source - Web

महाराष्ट्र के हिंगोली जिले से एक चिंताजनक खबर सामने आई है, जिसने स्वास्थ्य क्षेत्र में हलचल मचा दी है। स्थानीय प्रशासन द्वारा चलाया जा रहा संजीवनी अभियान महिलाओं के स्वास्थ्य को लेकर एक बड़ा कदम साबित हो रहा है। इस अभियान के तहत 13,500 से अधिक महिलाओं में कैंसर के संदिग्ध लक्षण पाए गए हैं। यह जानकारी जिले के डीएम अभिनव गोयल ने हाल ही में साझा की। आइए, इस खबर को विस्तार से समझते हैं और जानते हैं कि यह अभियान क्या है और इसके नतीजे क्या कहते हैं।

संजीवनी अभियान: कैंसर की जल्द जांच का मिशन
हिंगोली जिले के मराठवाड़ा क्षेत्र में शुरू किया गया संजीवनी अभियान कैंसर जैसी गंभीर बीमारी की तुरंत जांच और निदान के लिए बनाया गया है। डीएम अभिनव गोयल ने बताया कि इस अभियान के तहत अब तक की रिपोर्ट्स चौंकाने वाली हैं। करीब 7,000 महिलाओं में गर्भाशय-ग्रीवा कैंसर (सर्विकल कैंसर) के संदिग्ध लक्षण मिले हैं, जबकि 3,500 महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण देखे गए हैं। इसके अलावा, 2,000 महिलाओं में ओरल कैंसर सहित अन्य प्रकार के कैंसर के संकेत भी सामने आए हैं।

इस अभियान को सफल बनाने के लिए आशा कार्यकर्ताओं को डॉक्टरों की मदद से खास ट्रेनिंग दी गई। मराठी भाषा में दी गई इस ट्रेनिंग में उन्हें कैंसर के विभिन्न लक्षणों को पहचानने का प्रशिक्षण दिया गया, ताकि वे ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता और जांच का काम प्रभावी ढंग से कर सकें।

3.5 लाख महिलाओं तक पहुंचा अभियान
डीएम अभिनव गोयल के अनुसार, यह अभियान 8 मार्च 2025 को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर शुरू किया गया था। इसके तहत आशा कार्यकर्ताओं ने जिले की करीब 3.5 लाख महिलाओं से संपर्क किया। इनमें से 13,500 से अधिक महिलाओं में कैंसर के संदिग्ध लक्षण पाए गए। जांच का पहला चरण पूरा हो चुका है और अब आगे की विस्तृत जांच की प्रक्रिया शुरू होगी। यह अभियान न केवल कैंसर की पहचान में मदद कर रहा है, बल्कि महिलाओं को समय पर इलाज का मौका भी दे रहा है।

देश में कैंसर के बढ़ते मामले: क्या कहते हैं डॉक्टर?
भारत में कैंसर के मामले हर साल तेजी से बढ़ रहे हैं। खास बात यह है कि अब कम उम्र के लोग भी इस बीमारी की चपेट में आ रहे हैं। डॉक्टरों का कहना है कि ज्यादातर मामले अंतिम चरण में सामने आते हैं, जिससे इलाज मुश्किल हो जाता है। इसका एक बड़ा कारण यह भी है कि लोगों को कैंसर के शुरुआती लक्षणों की जानकारी नहीं होती। डॉक्टरों के मुताबिक, गलत खानपान की आदतें भी कैंसर के बढ़ते मामलों की एक प्रमुख वजह हैं। अस्वास्थ्यकर जीवनशैली, जंक फूड का अधिक सेवन और जागरूकता की कमी इस समस्या को और गंभीर बना रही है।

संजीवनी अभियान का महत्व
हिंगोली का यह अभियान एक मिसाल है कि अगर समय रहते कैंसर की जांच और जागरूकता पर ध्यान दिया जाए, तो कई जिंदगियां बचाई जा सकती हैं। आशा कार्यकर्ताओं की मेहनत और प्रशासन की सक्रियता ने इस अभियान को सफल बनाया है। अब जरूरत है कि ऐसी पहल पूरे देश में लागू की जाए, ताकि कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी से निपटा जा सके।

हिंगोली जिले में संजीवनी अभियान के नतीजे चेतावनी भी हैं और उम्मीद भी। यह हमें बताता है कि स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता और समय पर जांच कितनी जरूरी है। अगर आप भी अपने आसपास कैंसर के लक्षणों या इस अभियान के बारे में अधिक जानना चाहते हैं, तो अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करें। स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं और नियमित जांच करवाएं, क्योंकि “रोकथाम इलाज से बेहतर है।”

ये भी पढ़ें: डोंबिवली में ‘एक्सक्यूज मी’ कहने पर मारपीट: एक महिला के साथ हुआ बड़ा विवाद

You may also like