राहुल राय की प्रेरणादायक कहानी
राहुल राय ने IIT JEE पास करके IIT बॉम्बे में दाखिला लिया। लेकिन 2015 में उन्होंने अपनी इंजीनियरिंग की पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी और अमेरिका जाकर व्हार्टन स्कूल से अर्थशास्त्र में बीएस करने लगे।
व्हार्टन से मॉर्गन स्टेनली तक का सफर
2019 में स्नातक होने के बाद, राहुल ने मॉर्गन स्टेनली में विश्लेषक के रूप में काम किया। एक साल से ज्यादा समय तक वहां काम करने के बाद, 2020 में उन्होंने नौकरी छोड़ दी और भारत लौट आए।
क्रिप्टो हेज फंड की स्थापना
राहुल को विकेंद्रीकृत वित्त (DeFi) में दिलचस्पी थी। थोड़ी स्टडी के बाद, उन्होंने जनवरी 2021 में अपने दोस्तों ईश अग्रवाल और सनत राव के साथ मिलकर एक क्रिप्टो हेज फंड, गामा पॉइंट कैपिटल की स्थापना की। उनका फंड डिजिटल संपत्तियों और ब्लॉकचेन तकनीक में निवेश करता था।
सफलता की कहानी
सिर्फ कुछ ही महीनों में उनका बिसनेस सफल हो गया। मई 2021 में, ब्लॉकटॉवर कैपिटल ने गामा पॉइंट कैपिटल को 286 करोड़ रुपये (35 मिलियन डॉलर) में खरीद लिया। यह निर्णय कठिन था, लेकिन राहुल और उनके सह-संस्थापकों को लगा कि इतनी संपत्ति पाने में उन्हें कई साल लगेंगे। अब राहुल ब्लॉकटॉवर कैपिटल में मार्केट-न्यूट्रल के सह-प्रमुख के रूप में काम कर रहे हैं, जो क्रिप्टोएसेट्स और ब्लॉकचेन तकनीक में निवेश करता है।