भारत के कैंसर मरीज़ों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है! राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुरुवार को IIT बॉम्बे में देश की पहली स्वदेशी ‘CAR-T सेल थेरेपी’ का शुभारंभ किया। यह कैंसर के इलाज में एक क्रांतिकारी कदम है और विदेशों में इसी इलाज के मुकाबले बेहद सस्ता भी है।
‘CAR-T सेल थेरेपी’ को कैंसर के इलाज का सबसे अहम पड़ाव माना जाता है। अब तक यह सुविधा सिर्फ विकसित देशों में और बेहद ऊंची कीमत पर उपलब्ध थी। IIT बॉम्बे के प्रोफेसर राहुल पुरवार और उनकी टीम ने टाटा मेमोरियल सेंटर के डॉक्टरों के साथ मिलकर इस अत्याधुनिक तकनीक पर काम किया है।
राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा की यह थेरेपी कैंसर के खिलाफ हमारी लड़ाई में एक बड़ी जीत है। उन्होंने इस उपलब्धि के लिए IIT बॉम्बे, टाटा मेमोरियल सेंटर और इससे जुड़े सभी वैज्ञानिकों की सराहना की। IIT बॉम्बे के डायरेक्टर प्रोफेसर सुभाष चौधरी ने भी इसे ‘आत्मनिर्भर भारत’ का शानदार उदाहरण बताया।
आने वाले सालों में ऐसी उम्मीद है कि भारत की मेडिकल रिसर्च संस्थाएं इसी तरह और भी जटिल बीमारियों के किफायती इलाज खोज निकालेंगी। इससे ना सिर्फ भारत के ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के मरीज़ों को फायदा होगा।
भारत में शुरू हुई यह ‘CAR-T सेल थेरेपी’ अन्य देशों में उपलब्ध इसी इलाज से 90% तक सस्ती है। इस थेरेपी के सफल परीक्षण पहले ही पूरे किए जा चुके हैं, इसलिए कैंसर के मरीज़ अब इसका लाभ उठा सकेंगे।