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Lawrence Bishnoi Gang: जेल में बंद लॉरेंस बिश्नोई कैसे चला रहा अपने 700 शार्पशूटर का खतरनाक गैंग, जानें उसकी पूरी कहानी

Lawrence Bishnoi Gangster: लॉरेंस बिश्नोई कैसे बना गैंगस्टर- पूर्व इंस्पेक्टर की नज़र से
पंजाब से निकला एक नाम, जिसने भारत के अंडरवर्ल्ड में तहलका मचा दिया—लॉरेंस बिश्नोई गैंग (Lawrence Bishnoi Gang)। जब 2022 में मशहूर पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या हुई, तब इस नाम ने हर किसी को चौंका दिया। बिश्नोई की गिरफ़्तारी के बावजूद उसका गैंग लगातार अपने आपराधिक कारनामों के जरिए सुर्खियों में रहा। लेकिन सवाल उठता है, कैसे जेल में बंद होते हुए भी लॉरेंस बिश्नोई अपना गैंग चला रहा है?

कैसे फैला लॉरेंस बिश्नोई गैंग का जाल?

लॉरेंस बिश्नोई का गैंग न सिर्फ भारत में बल्कि दुनिया के कई देशों में अपना आतंक फैला चुका है। खासकर कनाडा में, जहां उसका सहयोगी गोल्डी बरार उसे मदद करता है। जेल में बंद होते हुए भी बिश्नोई गैंगस्टर की आपराधिक गतिविधियां (Criminal Activities of Gangster) चलाता है, जिसमें जबरन वसूली, हत्या और हथियारों की तस्करी शामिल है। यह गैंग मुख्य रूप से हाई-प्रोफाइल टारगेट को निशाना बनाता है।

बिश्नोई ने अपनी आपराधिक दुनिया को इतनी बारीकी से फैलाया कि अब यह गिरोह एक सिंडिकेट बन चुका है, जिसके लगभग 700 शूटर भारत में काम कर रहे हैं। ये शूटर स्थानीय गैंगस्टरों के संपर्क में रहते हैं और बिश्नोई के निर्देशों पर किसी भी टारगेट की हत्या करने के लिए तैयार होते हैं। खास बात यह है कि कई शूटर गरीब तबके से होते हैं, जिन्हें जल्दी पैसा कमाने के लालच में फंसाया जाता है।

जेल से कैसे चला रहा है गैंग?

हालांकि लॉरेंस बिश्नोई गैंग (Lawrence Bishnoi Gang) का सरगना जेल में बंद है, लेकिन वह मोबाइल और हाई-टेक नेटवर्क का इस्तेमाल करके अपने गैंग का संचालन कर रहा है। जेल में रहते हुए भी बिश्नोई अपने सहयोगियों से सिग्नल और टेलीग्राम जैसे एन्क्रिप्टेड ऐप्स के जरिए बात करता है। उसने इतना मजबूत नेटवर्क बना लिया है कि जेल के अंदर से भी वह आसानी से अपनी आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देता है।

वह खासकर अपने भाई अनमोल और गोल्डी बराड़ जैसे सहयोगियों के साथ कनाडा में अपने कामकाज को संचालित करता है। भारतीय सुरक्षा एजेंसियों के लिए यह एक बड़ी चुनौती बन चुका है, क्योंकि बिश्नोई के गैंग की पहुंच भारत से बाहर तक है।

हाई-प्रोफाइल हत्याओं में बिश्नोई का नाम

बिश्नोई का गैंग पिछले कुछ सालों में कई हाई-प्रोफाइल हत्याओं में शामिल रहा है। सिद्धू मूसेवाला की हत्या हो या बॉलीवुड स्टार सलमान खान पर हमला, हर जगह बिश्नोई का नाम सामने आया है। बिश्नोई ने अपने समुदाय की धार्मिक मान्यताओं के आधार पर सलमान खान की हत्या की योजना भी बनाई थी, क्योंकि सलमान ने काले हिरण का शिकार किया था। इस हत्याकांड के लिए 25 लाख की सुपारी दी गई थी, जो गैंग की खतरनाक साजिशों का सिर्फ एक उदाहरण है।

बिश्नोई गैंग का नेटवर्क इतना बड़ा है कि उसने दाऊद इब्राहिम की डी-कंपनी की तरह एक कॉर्पोरेट स्ट्रक्चर बना लिया है। उसके पास न केवल शार्पशूटर हैं, बल्कि लॉजिस्टिक सपोर्ट, कानूनी सहायता और सूचनाएं इकट्ठा करने वाले लोग भी हैं, जो हर ऑपरेशन को सफल बनाने में मदद करते हैं।

बिश्नोई गैंग: एक खतरनाक भविष्य की ओर

जेल में बंद होते हुए भी बिश्नोई का नाम खत्म नहीं हुआ है। उसके गैंग की पहुंच दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है और उसकी गैंगस्टर की आपराधिक गतिविधियां (Criminal Activities of Gangster) आज भी भारतीय अंडरवर्ल्ड के सबसे खतरनाक कारनामों में गिनी जाती हैं।

यह कहानी इस बात का प्रमाण है कि किस तरह अपराधी जेल में रहते हुए भी अपना प्रभाव बढ़ाने में सफल हो सकते हैं। बिश्नोई गैंग आज भी हाई-प्रोफाइल लोगों के लिए एक बड़ा खतरा बना हुआ है।

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