महाराष्ट्र

Jalgaon Train Accident: न लोग पटरी से हटे, न ट्रेन में लगा ब्रेक… आखिर जलगांव में कैसे हुआ इतना बड़ा हादसा, सामने आ गई डिटेल

Jalgaon Train Accident: न लोग पटरी से हटे, न ट्रेन में लगा ब्रेक... आखिर जलगांव में कैसे हुआ इतना बड़ा हादसा, सामने आ गई डिटेल

Jalgaon Train Accident: महाराष्ट्र के जलगांव में हुआ ट्रेन हादसा पूरे देश को झकझोर कर रख देने वाला है। इस हादसे में अब तक 11 लोगों की मौत (11 Deaths in Train Accident) हो चुकी है और कई लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। यह हादसा तब हुआ जब पुष्पक एक्सप्रेस (Pushpak Express) से यात्रियों ने आग की अफवाह के चलते ट्रेन से नीचे छलांग लगा दी और दूसरी तरफ से तेज़ गति से आ रही कर्नाटक संपर्क क्रांति एक्सप्रेस (Karnataka Sampark Kranti Express) ने उन्हें अपनी चपेट में ले लिया।

यह हादसा इतना भयानक था कि घटना स्थल पर हर तरफ शव बिखरे हुए थे। वहां मौजूद लोगों ने इसे एक भयावह मंजर बताया। इस हादसे के पीछे कई सवाल खड़े हो गए हैं, जिनके जवाब अब तक अधूरे हैं। इस लेख में हम आपको इस हादसे के हर पहलू को विस्तार से समझाने की कोशिश करेंगे।

पुष्पक एक्सप्रेस और आग की अफवाह कैसे बनी हादसे की वजह?

घटना जलगांव के परांडा रेलवे स्टेशन के पास की है। पुष्पक एक्सप्रेस लखनऊ से मुंबई जा रही थी। ट्रेन के अंदर अचानक आग लगने की अफवाह फैल गई। अफवाह सुनकर यात्री घबरा गए और किसी ने अलार्म चैन खींच दी, जिससे ट्रेन रुक गई।

घबराए हुए यात्रियों ने जल्दी-जल्दी ट्रेन से बाहर छलांग लगानी शुरू कर दी। लेकिन इस बात का अंदाजा किसी को नहीं था कि दूसरे ट्रैक पर तेज़ गति से आ रही कर्नाटक संपर्क क्रांति एक्सप्रेस वहां से गुजरेगी। यात्रियों को संभलने का मौका भी नहीं मिला और तेज रफ्तार ट्रेन ने उन्हें कुचल दिया।

ट्रेन हादसे के पीछे उठे बड़े सवाल

इस हादसे ने कई सवाल खड़े किए हैं। सबसे बड़ा सवाल यह है कि यात्रियों ने आग की अफवाह के बाद इतनी घबराहट में ट्रेन से बाहर छलांग क्यों लगाई?

रेलवे अधिकारियों ने बताया कि पुष्पक एक्सप्रेस के ड्राइवर ने अलार्म चैन पुलिंग के बाद ट्रेन को रोक दिया और नियमानुसार फ्लैशर लाइट ऑन कर दी। दूसरी तरफ से आ रही कर्नाटक एक्सप्रेस के ड्राइवर ने भी फ्लैशर लाइट देखी और ब्रेक लगाने की कोशिश की।

लेकिन हादसा फिर भी नहीं रुक सका क्योंकि जिस जगह यह घटना हुई, वह ट्रैक थोड़ा घुमावदार था। घुमावदार ट्रैक (Curved Track) की वजह से ट्रैक पर मौजूद लोग दूसरी ट्रेन को समय पर देख नहीं पाए।

हादसे की वजहें: घबराहट, अफवाह और लापरवाही?

इस हादसे की सबसे बड़ी वजह यात्रियों के बीच फैली घबराहट थी। आग लगने की अफवाह सुनते ही लोग घबरा गए और बिना सोचे-समझे ट्रेन से नीचे कूद गए।

रेलवे की लापरवाही भी इस हादसे के लिए जिम्मेदार मानी जा रही है। यात्रियों को समय रहते जानकारी नहीं दी गई और ट्रेन से उतरने की प्रक्रिया को सुरक्षित तरीके से अंजाम नहीं दिया गया।

घायलों और मृतकों के लिए राहत कार्य

घटना के तुरंत बाद रेलवे और स्थानीय प्रशासन ने राहत और बचाव कार्य शुरू किया। घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस हादसे पर दुख व्यक्त करते हुए रेलवे बोर्ड से पूरी घटना की रिपोर्ट मांगी।

रेल मंत्री ने सभी घायलों को बेहतर इलाज देने और मृतकों के परिवारों को मुआवजा देने की बात कही। साथ ही इस घटना की पूरी जांच के आदेश दिए गए हैं।

क्या कहते हैं रेलवे विशेषज्ञ?

रेलवे विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे हादसे को टाला जा सकता था। यात्रियों को ट्रेन से उतरने से पहले सही जानकारी दी जानी चाहिए थी। साथ ही अलार्म चैन पुलिंग के बाद ट्रेन के सभी दरवाजों पर गार्ड या रेलवे कर्मचारी तैनात होने चाहिए थे।

दूसरी तरफ, घुमावदार ट्रैक पर दूसरी ट्रेन की गति को सीमित रखने के निर्देश पहले से ही मौजूद हैं, लेकिन यह सुनिश्चित करना रेलवे के लिए चुनौती बना हुआ है।

क्या हैं यात्रियों की जिम्मेदारी?

रेलवे नियमों के अनुसार, यात्रियों को किसी भी आपातकालीन स्थिति में घबराना नहीं चाहिए। अफवाहों पर ध्यान देने के बजाय ट्रेन के कर्मचारियों से स्थिति के बारे में जानकारी लेनी चाहिए। अफवाहें अक्सर दुर्घटनाओं का कारण बनती हैं, जैसा कि इस मामले में हुआ।

घटनास्थल का भयावह मंजर

प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि हादसे के बाद घटनास्थल पर हर तरफ चीख-पुकार मच गई। हादसा इतना भयानक था कि वहां मौजूद लोग इसे देखकर सदमे में आ गए। ट्रेन की तेज़ गति और यात्रियों की घबराहट ने इस घटना को और भी खतरनाक बना दिया।

जलगांव ट्रेन हादसा एक दर्दनाक घटना है, जिसने रेलवे प्रशासन और यात्रियों दोनों के लिए कई सबक छोड़े हैं। पुष्पक एक्सप्रेस (Pushpak Express) से आग की अफवाह के चलते हुए इस हादसे में 11 लोगों ने अपनी जान गंवाई। इस घटना ने रेलवे के आपातकालीन प्रबंधन और यात्रियों की सतर्कता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

सरकार और रेलवे को चाहिए कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए। साथ ही, यात्रियों को भी सतर्क रहने और अफवाहों पर ध्यान न देने की सलाह दी जाती है।


#JalgaonTrainAccident #PushpakExpress #KarnatakaExpress #IndianRailwaysAccident #TrainSafety

ये भी पढ़ें: Rajouri Mystery Illness: राजौरी में रहस्यमय बीमारी का कहर, तीन परिवार हुए पूरी तरह खत्म, 3 और की हालत नाजुक

You may also like