कल्याण में दो लोगों ने प्रॉपर्टी का फ्रॉड कर कई लोगों को लाखों का चूना लगाया। पुलिस ने इन दोनों को गिरफ्तार कर लिया है।
कल्याण में रहने वाले एक मार्केटिंग एक्ज़ेक्युटिव और उसके रूममेट को MIDC पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इन दोनों पर आरोप है कि ये फर्ज़ी प्रॉपर्टी लिस्टिंग दिखाकर लोगों से एडवांस और साइट विज़िट के लिए पैसे ऐंठते थे।
पुलिस के अनुसार, इन दोनों आरोपियों के नाम स्वप्निल जाधव (31) और मानवेंद्र साहनी (36) हैं। सोमवार को इन्हें कोर्ट में पेश किया गया, जहां से इन्हें पुलिस कस्टडी में भेज दिया गया है।
स्वप्निल जाधव दो साल पहले खुद साइबर फ्रॉड का शिकार हुआ था। इसके बाद उसने अपने रूममेट मानवेंद्र साहनी के साथ मिलकर इस फ्रॉड को अंजाम देना शुरू किया। ये दोनों ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर पुरानी प्रॉपर्टी लिस्टिंग के फोटो से फर्ज़ी लिस्टिंग तैयार करते थे। फिर ये ख़ुद एजेंट बनकर लोगों से साइट विज़िट या एडवांस के नाम पर पैसे लेते थे। ये दोनों एक साल से इस धोखाधड़ी में लिप्त थे, लेकिन कभी पुलिस के हत्थे नहीं चढ़े थे।
एक 35 वर्षीय महिला ने इनके ज़रिए वेबसाइट पर एक प्रॉपर्टी देखी थी। बिना प्रॉपर्टी देखे ही महिला ने इन्हें 90,000 रुपये एडवांस दे दिए। पैसे लेने के बाद जब ये दोनों महिला के फोन उठाना बंद कर दिए तो महिला ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस के लिए इन दोनों को पकड़ना आसान नहीं था। स्वप्निल जाधव बार-बार अपने फोन नंबर बदल लेता था और अपने फोन को भी रिसेट कर देता था। लेकिन इस बार असिस्टेंट कमिश्नर ऑफ पुलिस डॉक्टर शशिकांत भोसले के नेतृत्व में एक स्पेशल टीम बनाई गई, जिसने कड़ी मशक्कत के बाद इन दोनों को कल्याण से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के मुताबिक, इस काम के लिए स्वप्निल और मानवेंद्र पांच मोबाइल फोन और कई दूसरी डिवाइस का भी इस्तेमाल कर रहे थे।
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पुलिस की यह कार्रवाई सराहनीय है। इस तरह की घटनाएं समाज में अपराधियों के हौसले बुलंद करती हैं, इसलिए ज़रूरी है कि पुलिस ऐसे मामलों में सख्ती दिखाए।