ऑनटीवी स्पेशल

कंधार हाइजैक की अनकही कहानी: जानिए कौन था वो शख्स जिसका नाम छिपाया गया?

कंधार हाइजैक की अनकही कहानी: जानिए कौन था वो शख्स जिसका नाम छिपाया गया?
कंधार हाइजैक: क्या आपने कभी सोचा है कि कोई फिल्मी कहानी असल जिंदगी में भी हो सकती है? ऐसी ही एक दिलचस्प कहानी है 1999 के कंधार हाइजैक की, जिसमें एक ऐसे शख्स का किरदार है, जिसके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं। आइए जानते हैं इस रहस्यमय कहानी के बारे में, जो अब 24 साल बाद सामने आई है।

छिपा हुआ हीरो: RAW एजेंट की कहानी

24 दिसंबर, 1999 को जब IC 814 विमान हाइजैक हुआ, तब किसी को नहीं पता था कि उसमें एक खास शख्स भी सवार है। वो शख्स कोई और नहीं, बल्कि भारत की खुफिया एजेंसी RAW का एक एजेंट था। उसका नाम था शशि भूषण सिंह तोमर। तोमर ने बाकी यात्रियों की तरह ही बर्ताव किया, लेकिन वो चुपचाप सारी जानकारी इकट्ठा कर रहा था।

क्यों छिपाया गया नाम?

जब विमान अपहरण की खबर फैली, तो सरकार ने एक अहम फैसला लिया। उन्होंने तोमर का नाम यात्रियों की लिस्ट से हटा दिया। ऐसा इसलिए किया गया ताकि आतंकवादियों को पता न चले कि उनके बीच एक खुफिया एजेंट मौजूद है। अगर यह बात सामने आ जाती, तो तोमर की जान खतरे में पड़ सकती थी।

कंधार हाइजैक का असर

इस घटना ने पूरे देश को हिला कर रख दिया था। सात दिनों तक चले इस संकट में कई मोड़ आए। सरकार पर यात्रियों को बचाने का बहुत दबाव था। लेकिन तोमर की मौजूदगी ने कई फैसलों को प्रभावित किया।

अमृतसर में क्या हुआ?

जब विमान अमृतसर में उतरा, तो कमांडो टीम उस पर हमला करने के लिए तैयार थी। लेकिन आखिरी वक्त पर उन्हें रोक दिया गया। कई लोगों का मानना है कि ऐसा तोमर की सुरक्षा के लिए किया गया। प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के मुख्य सचिव एन.के. सिंह ने यह फैसला लिया था।

तोमर का परिचय

शशि भूषण सिंह तोमर कोई साधारण व्यक्ति नहीं थे। वे 1986 बैच के IPS अफसर थे और RAW में वरिष्ठ पद पर थे। उस वक्त वे नेपाल में भारतीय दूतावास में पहले सचिव के रूप में काम कर रहे थे। उनके पास बहुत सारी गुप्त जानकारियां थीं, जो देश के लिए बहुत महत्वपूर्ण थीं।

फिल्मों में कंधार हाइजैक

इस घटना पर कई फिल्में और वेब सीरीज बनी हैं। हाल ही में आई ‘IC 814: The Kandahar Hijack’ वेब सीरीज में भी तोमर के किरदार को दिखाया गया है। इस सीरीज में कैलाश चौहान ने तोमर का रोल निभाया है।

क्या सच में बदल गए फैसले?

कई लोगों का मानना है कि तोमर की वजह से ही सरकार ने कई अहम फैसले लिए। जैसे, अमृतसर में कमांडो ऑपरेशन रोकना। लेकिन इस बात की पुष्टि कभी नहीं हुई। फिर भी, यह साफ है कि तोमर की मौजूदगी ने इस पूरे घटनाक्रम को एक नया मोड़ दिया।

कंधार हाइजैक की यह अनकही कहानी बताती है कि कभी-कभी सच्चाई फिल्मों से भी ज्यादा रोमांचक हो सकती है। एक छिपा हुआ हीरो, जो खतरे में था, लेकिन फिर भी अपना काम करता रहा। यह कहानी हमें याद दिलाती है कि हमारे आस-पास ऐसे कई अनजाने हीरो हैं, जो चुपचाप देश की सेवा कर रहे हैं।

ये भी पढ़ें: हरियाणा चुनाव: क्या AAP-कांग्रेस का ‘आप कांग्रेस’ बनेगा नया फॉर्मूला?

हैशटैग: #KandaharHijack #IC814 #RAWAgent #IndianIntelligence #AviationHistory

You may also like