पोस्टमॉर्टम हाउस में जगह नहीं, शव बाहर रखने की नौबत
इस भीषण गर्मी के कहर से कानपुर का पोस्टमॉर्टम हाउस भी अछूता नहीं रहा है। यहां 60 घंटों में 60 से ज्यादा शव लाए गए हैं, जिनमें से आधे से ज्यादा लावारिस हैं। जगह की कमी के चलते शवों को फ्रीजर में रखने की बजाय बाहर खुले में रखना पड़ रहा है।
दयनीय हालात
लाला लाजपत राय अस्पताल के पोस्टमॉर्टम हाउस के हालात बेहद खराब हैं। चार फ्रीजर में कुछ ही शव रखे जा सकते हैं, बाकी को जमीन पर या टेबलों पर रखना पड़ रहा है। AC की कमी के कारण शव जल्दी सड़ रहे हैं, जिससे आसपास के 300 मीटर के इलाके में बदबू फैल रही है।
डॉक्टर भी हुए बीमार
शुक्रवार को भीषण गर्मी और बदबू के कारण दो डॉक्टर बेहोश हो गए। पोस्टमॉर्टम हाउस के कर्मचारी भी इस मुश्किल हालात में काम करने को मजबूर हैं।
प्रशासन का जवाब
जॉइंट कमिश्नर ऑफ पुलिस हरीशचंद्र ने लावारिस शवों की बढ़ती संख्या पर चिंता जताई है, लेकिन उन्होंने कहा कि अभी तक सही आंकड़े नहीं मिले हैं। शुरुआती जांच में पता चला है कि ज्यादातर मौतें लू या हीट स्ट्रोक की वजह से हुई हैं।
हालात सुधारने के लिए उठाए गए कदम
जिलाधिकारी ने एडीएम सिटी और सीएमओ को मौके का जायजा लेने के निर्देश दिए हैं। उनके दौरे के बाद हालात सुधारने के लिए कुछ कदम उठाए गए हैं, जैसे कि मृतकों के रिश्तेदारों के लिए पीने के पानी का इंतजाम किया गया है। हालांकि, ये सवाल अभी भी बना हुआ है कि इन समस्याओं का समाधान पहले क्यों नहीं किया गया।