NEET पेपर लीक मामले में अब महाराष्ट्र का नाम भी जुड़ गया है। नांदेड़ एटीएस ने लातूर से दो शिक्षकों को हिरासत में लिया है, जिनपर पेपर लीक में शामिल होने का संदेह है। हिरासत में लिए गए शिक्षकों के नाम संजय तुकाराम जाधव और जलील उमरखान पठान हैं, जो लातूर और सोलापुर में पढ़ाते हैं और निजी कोचिंग क्लास भी चलाते हैं।
बिहार पुलिस की कार्रवाई
बिहार पुलिस ने भी इस मामले में सक्रियता दिखाई है। उन्होंने झारखंड के देवघर जिले से छह और लोगों को हिरासत में लिया है। पिछले महीने बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने मुख्य संदिग्ध सिकंदर यादवेंदु समेत 13 लोगों को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने आरोपियों का नार्को टेस्ट और ब्रेन मैपिंग करवाने की संभावना भी तलाशी है।
जांच की दिशा
ईओयू ने एनटीए से नीट-यूजी 2024 के संदर्भ प्रश्न पत्र प्राप्त किए हैं, जिन्हें पटना में तलाशी के दौरान बरामद किए गए कागजातों से तुलना की जाएगी। इसके अलावा, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) भी इस मामले की धनशोधन पहलू की जांच कर सकता है।
केंद्रीय सरकार की प्रतिक्रिया
केंद्र सरकार ने प्रतियोगी परीक्षाओं में कथित विसंगतियों के चलते एनटीए के महानिदेशक सुबोध सिंह को हटा दिया है और नीट-यूजी में अनियमितताओं की जांच सीबीआई को सौंप दी है।
इस प्रकार, NEET पेपर लीक मामला अब महाराष्ट्र तक फैल गया है और जांच में नए मोड़ आ रहे हैं। हिरासत में लिए गए शिक्षकों से पूछताछ जारी है और जल्द ही और भी खुलासे हो सकते हैं।
ये भी पढ़ें: 5 करोड़ की मांग और यौन उत्पीड़न: प्रज्ज्वल रेवन्ना के भाई सूरज रेवन्ना गिरफ्तार