मुंबई लाइव की रिपोर्ट के अनुसार, बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने 120 एकड़ जमीन पर कब्जा कर लिया है, जो कि महालक्ष्मी रेसकोर्स (Mahalaxmi Roscourse) का एक बड़ा हिस्सा है। इसके अलावा रॉयल वेस्टर्न इंडिया टर्फ क्लब को बचे हुए 91 एकड़ जमीन को 30 साल के पट्टे पर दी जाएगी। हालांकि इससे मुंबई में इस संपत्ति को लेकर पिछले कई सालों से जो विवाद चल रहा था वो अब खत्म हो चुका है।
गौरतलब है कि मुंबई नगर निकाय को राज्य सरकार ने 120 एकड़ जमीन हस्तांतरित करने की मंजूरी दे दी है। बताया जा रहा है कि अधिकृत किए हुए इस जमीन पर सेंट्रल पार्क, खुले स्थान और उद्यानों इत्यादि विकसित करने की योजना है।
सरकारी प्रेस विज्ञपति के मुताबिक, RWITC क्लब हाउस, अस्तबल औस अन्य संरचनाओं वाली जमीन के लिए रेडी रेकनल दर के 10% का 1% वार्षिक किराया देगा। इस किराए में 3 फीसदी से ज्यादा वार्षिक वृद्धि नहीं की जाएगी। बता दें कि अभी तक ये जमीन लीज पर दी जाती थी।
दरअसल साल 2013 में ही महालक्ष्मी रेसकोर्स समाप्त हो गया, जिसके बाद से इसका नवीनीकरण नहीं हुआ। महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और शिवसेना के उद्धव ठाकरे गुट के नेता आदित्य ठाकरे ने शिंदे सरकार की इस जमीन को लेकर मंशा पर शक जताया था। इसके साथ ही आदित्य ठाकरे ने अपने सोशल मीडिया हेंडल एक्स पर एक पोस्ट के माध्यम से कहा था कि, अगर राज्य में उनकी सरकार बनती है तो वो इस रेसकोर्स का नवीनीकरण करवाएंगे व इसकी मूल स्थिती में इसे बहाल करेंगे।
जानकारी हो कि मुंबई का ये महालक्ष्मी कोर्स भारत के सबसे पुराने रेसकोर्सों में से एक है। इसका निर्माण और उद्घाटन साल 1983 में किया गया था। ये जमीन रॉयल वेस्टर्न इंडिया टर्फ क्लब को सन 1914 में 99 साल की लीज पर दी गई थी, जो कि साल 2013 में ही समाप्त हो चुका है।
मुंबई का ये महालक्ष्मी रेसकोर्स दक्षिण मुंबई में रहने वाले लोगों के लिए काफी मायनों में उनके जीवन का अहम हिस्सा है। इसके अंदर वॉकिंग-रनिंग ट्रैक के अलावा बच्चों के लिए प्ले ग्राउंड के साथ-साथ बुजुर्गों और युवाओं के लिए भी अहम है।
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