महाराष्ट्र में मानसून की चुनौती: मुंबई में बीजेपी विधायक आशीष शेलार द्वारा विभिन्न नालों का दौरा करने और इस वर्ष बीएमसी द्वारा किए गए खराब डिसिल्टिंग कार्यों का आरोप लगाने के बाद, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बीएमसी प्रशासन की मदद के लिए कदम उठाया।
बैठक का उद्देश्य आगामी मानसून से पहले शहर की तैयारियों की समीक्षा करना और जलभराव की समस्या को कम करने के लिए आवश्यक कदमों की पहचान करना था। बीएमसी ने इस वर्ष नालों की सफाई और डिसिल्टिंग के लिए विशेष योजनाएं बनाई थीं, लेकिन आशीष शेलार के आरोपों ने इन प्रयासों पर सवाल उठाए।
मुख्यमंत्री शिंदे ने बीएमसी के कार्यों की समीक्षा करते हुए, नालों की सफाई और डिसिल्टिंग के कार्यों की गुणवत्ता और प्रगति की जांच की। उन्होंने बीएमसी के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे मानसून से पहले सभी आवश्यक कार्यों को पूरा करें और शहर के निवासियों को जलभराव से होने वाली असुविधा से बचाएं।
इस बैठक में बीएमसी के विभिन्न विभागों के प्रमुख और इंजीनियर भी शामिल हुए और उन्होंने मुख्यमंत्री को अपने-अपने क्षेत्रों में किए गए कार्यों की जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने उन्हें आश्वासन दिया कि सरकार बीएमसी को हर संभव सहायता प्रदान करेगी और उन्होंने शहर के लोगों से भी अपील की कि वे बीएमसी के प्रयासों में सहयोग करें।
इस बैठक के बाद, बीएमसी ने अपने कार्यों को और अधिक तेजी से आगे बढ़ाने का संकल्प लिया और शहर के लोगों को यह विश्वास दिलाया कि इस वर्ष मानसून के दौरान उन्हें कम से कम असुविधा होगी। मुख्यमंत्री शिंदे की इस समीक्षा बैठक ने बीएमसी को नई ऊर्जा प्रदान की और शहर के लोगों को भी एक सुरक्षित और सुव्यवस्थित मानसून की उम्मीद दी।