महाराष्ट्र

तेलंगाना के संगारेड्डी में केमिकल फैक्ट्री में भीषण विस्फोट, 10 मजदूरों की मौत, कई घायल

केमिकल फैक्ट्री
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तेलंगाना के संगारेड्डी जिले में स्थित सिगाची इंडस्ट्रीज की एक केमिकल फैक्ट्री में सोमवार सुबह 7 बजे हुए भीषण रिएक्टर विस्फोट ने पूरे क्षेत्र में सनसनी मचा दी। इस हादसे में 10 मजदूरों की मौत की खबर आ रही है, जबकि 15 से 20 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। विस्फोट इतना जोरदार था कि फैक्ट्री से आग की लपटें और धुएं का गुबार दूर तक दिखाई दिया।

ये दर्दनाक घटना पाशमिलारम फेज 1 में स्थित सिगाची फार्मा कंपनी में हुई। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, विस्फोट के बाद मजदूर फैक्ट्री से बाहर भागते दिखे। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि धमाका इतना तेज था कि कुछ मजदूर करीब 100 मीटर दूर जाकर गिरे। विस्फोट की वजह से रिएक्टर यूनिट पूरी तरह तबाह हो गई, और मलबे में कई मजदूरों के फंसे होने की आशंका जताई जा रही है।

तेलंगाना अग्निशमन विभाग के अधिकारियों ने बताया, “घटनास्थल पर 11 दमकल गाड़ियां तैनात की गई हैं। बचाव अभियान जारी है, और घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।” हालांकि, अभी तक कोई शव बरामद नहीं हुआ है, लेकिन अस्पतालों में कई मजदूरों को मृत घोषित किया गया।

पुलिस और प्रशासन का बयान
संगारेड्डी के पुलिस अधीक्षक परितोष पंकज ने कहा, “हमारा बचाव अभियान जारी है। अभी तक कोई शव बरामद नहीं हुआ है, लेकिन हम स्थिति पर नजर रखे हुए हैं और जल्द ही विस्तृत जानकारी साझा करेंगे।” दमकलकर्मी मलबा हटाने के लिए अर्थ मूवर्स का उपयोग कर रहे हैं, क्योंकि मलबे में और मजदूरों के दबे होने की संभावना है।

सिगाची इंडस्ट्रीज पर आर्थिक प्रभाव
विस्फोट की खबर के बाद बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) में सिगाची इंडस्ट्रीज के शेयरों में 9.89% की भारी गिरावट दर्ज की गई। हादसे के समय शेयर 49.72 रुपये प्रति शेयर पर कारोबार कर रहा था।

सिगाची इंडस्ट्रीज क्या बनाती है?
सिगाची इंडस्ट्रीज लिमिटेड, जो 1989 से कार्यरत है, माइक्रोक्रिस्टलाइन सेलुलोज (MCC) जैसे फार्मास्यूटिकल पाउडर का उत्पादन करती है। ये सफेद, गंधहीन और स्वादहीन पाउडर दवा और कॉस्मेटिक उद्योग में व्यापक रूप से उपयोग होता है। कंपनी की हैदराबाद सहित देशभर में पांच फैक्ट्रियां हैं, जहां 100 से अधिक कर्मचारी कार्यरत हैं। इसके उत्पाद 65 से अधिक देशों में निर्यात किए जाते हैं।

विस्फोट की वजह और आगे की जांच
अभी तक विस्फोट का सटीक कारण सामने नहीं आया है। प्रारंभिक जांच में रिएक्टर यूनिट में तकनीकी खराबी की संभावना जताई जा रही है। प्रशासन और पुलिस ने मामले की गहन जांच शुरू कर दी है। स्थानीय लोगों और मजदूर संगठनों में इस हादसे को लेकर गुस्सा और दुख व्याप्त है।

इस हादसे ने औद्योगिक सुरक्षा मानकों पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि केमिकल फैक्ट्रियों में सुरक्षा उपायों को और सख्त करने की जरूरत है। मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका के बीच, प्रशासन से मांग की जा रही है कि पीड़ित परिवारों को उचित मुआवजा और घायलों को बेहतर इलाज मुहैया कराया जाए।

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