मुंबई

किरायेदारों की जानकारी छुपाने के आरोप में 11 मकान मालिकों पर केस, MBVV पुलिस की सख्ती का असर

किरायेदारों की जानकारी छुपाने के आरोप में 11 मकान मालिकों पर केस, MBVV पुलिस की सख्ती का असर

किराए पर मकान या कमरा लेना-देना आम बात है, लेकिन कई बार जानकारी साझा ना करने की लापरवाही बड़ी मुसीबत का कारण बन सकती है। मुंबई से सटे मीरा-भायंदर-वसई विरार (MBVV) इलाके में इसी लापरवाही के चलते पुलिस ने 11 मकान मालिकों के खिलाफ कार्रवाई की है। इन मकान मालिकों ने अपने किराएदारों की जानकारी पुलिस के साथ नहीं बांटी थी, जिसकी वजह से इलाके में अवैध रूप से रह रहे कई विदेशी नागरिकों की पहचान में दिक्कत आती है।

MBVV पुलिस कमिश्नर मधुकर पांडे के अनुसार, इलाके में कुछ विदेशी नागरिक किराए पर जगह तो ले लेते हैं, लेकिन बिना किसी सूचना के ही एक जगह से दूसरी जगह अपना ठिकाना बदल लेते हैं। इससे उनकी अवैध गतिविधियों को अंजाम देने में आसानी होती है। इस समस्या से निपटने के लिए ही पुलिस ने मकान मालिकों और एजेंटों के लिए सख्त निर्देश जारी किए हैं। खासकर विदेशी नागरिकों को किराए पर जगह देने से पहले या बाद में, उनकी जानकारी तुरंत पुलिस के साथ साझा करना अनिवार्य है। लेकिन, कुछ मकान मालिक इस नियम को अनदेखा कर देते हैं, जिसकी वजह से पुलिस कार्रवाई जरूरी हो जाती है।

पुलिस की इस कार्रवाई का असर दिखने लगा है। हाल ही में नल्लासोपारा के तुलिंज पुलिस थाने में ऐसे 11 मकान मालिकों पर मामला दर्ज किया गया है। पुलिस कमिश्नर मधुकर पांडे ने चेतावनी दी है कि इस तरह के मामलों में जुर्माने के अलावा जेल की सजा भी हो सकती है।  सूत्रों के मुताबिक, प्रगति नगर और मोरगांव इलाकों में नाइजीरियाई नागरिकों की तादाद ज्यादा है, और वे अवैध रूप से यहां रहकर अपनी गतिविधियां चलाते हैं।

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