Minor Girl Harassed on Snapchat in Virar: विरार में एक 16 वर्षीय नाबालिग लड़की के साथ स्नैपचैट पर हुई ब्लैकमेलिंग और उत्पीड़न की घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया है। यह घटना पालघर, महाराष्ट्र के विरार में हुई, जहां एक 20 वर्षीय युवक ने सोशल मीडिया के माध्यम से एक मासूम लड़की को अपने जाल में फंसाया। इस मामले ने डिजिटल दुनिया में बढ़ते खतरों को एक बार फिर उजागर किया है, जहां मासूम लोग आसानी से शिकार बन सकते हैं।
लड़की के पिता, जो विरार के स्थानीय निवासी हैं, ने इस घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस में शिकायत दर्ज की। प्रथम सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) के अनुसार, नासिक का रहने वाला यह युवक स्नैपचैट पर लड़की से दोस्ती करने में कामयाब रहा। उसने धीरे-धीरे लड़की का विश्वास जीता और उसकी मासूमियत का फायदा उठाया। इस दौरान, एक वीडियो कॉल में उसने लड़की को कपड़े उतारने के लिए उकसाया, यह जानते हुए भी कि वह नाबालिग है। उसने बिना लड़की की सहमति के इस कॉल को रिकॉर्ड कर लिया और बाद में इस रिकॉर्डिंग का इस्तेमाल उसे ब्लैकमेल करने के लिए किया।
आरोपी ने लड़की से 5,000 रुपये की मांग की और धमकी दी कि अगर उसने पैसे नहीं दिए, तो वह उसका आपत्तिजनक वीडियो सार्वजनिक कर देगा। जब लड़की ने उसकी मांग पूरी नहीं की, तो उसने और भी भयानक कदम उठाया। उसने उस वीडियो को लड़की के स्नैपचैट स्टोरी पर अपलोड कर दिया, जिससे लड़की को सार्वजनिक रूप से अपमान का सामना करना पड़ा। यह घटना 29 मई से 15 जून, 2025 के बीच हुई और 26 जून को विरार पुलिस स्टेशन में इसकी शिकायत दर्ज की गई।
पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लिया और जांच शुरू कर दी है। आरोपी के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) 2023 की धारा 308(3) और 351(2) के तहत, जो बच्चों के खिलाफ अपराध और हमले से संबंधित हैं, मामला दर्ज किया गया है। इसके अलावा, बाल यौन शोषण संरक्षण अधिनियम (पॉक्सो) 2012 की धारा 12 और 14, साथ ही सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम, 2000 की धारा 66(सी) और 66(ई), जो पहचान की चोरी और अश्लील सामग्री के प्रकाशन या प्रसारण से संबंधित हैं, के तहत भी कार्रवाई की गई है।
यह मामला सिर्फ एक घटना नहीं है, बल्कि यह सोशल मीडिया के गलत इस्तेमाल का एक गंभीर उदाहरण है। स्नैपचैट जैसे प्लेटफॉर्म, जो युवाओं के बीच लोकप्रिय हैं, अपराधियों के लिए आसान शिकार ढूंढने का जरिया बन सकते हैं। इस घटना ने माता-पिता और समाज को यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि बच्चों को ऑनलाइन दुनिया के खतरों से कैसे बचाया जाए। फिलहाल, पुलिस इस मामले की गहन जांच कर रही है, लेकिन अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।