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अकोला में चमत्कार: महिला के पेट से निकाला साढ़े सोलह किलो का ट्यूमर, गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज होगा नाम!

अकोला
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महाराष्ट्र के अकोला से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने डॉक्टरों से लेकर आम लोगों तक को हैरानी में डाल दिया। यहां एक महिला के पेट से साढ़े सोलह किलो (16.75 किलो) का ट्यूमर निकाला गया है। इस ट्यूमर का आकार इतना बड़ा था कि इसे देखकर सर्जरी करने वाले डॉक्टर भी दंग रह गए। इतना ही नहीं, डॉक्टरों ने इसे गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज कराने के लिए आवेदन भी किया है। दो घंटे तक चली इस जटिल सर्जरी ने महिला को नई जिंदगी दी है। आइए इस हैरतअंगेज मामले को विस्तार से जानते हैं।

दो साल से थी पेट दर्द की परेशानी
ये कहानी अकोला की एक महिला की है, जो पिछले दो साल से पेट दर्द और लगातार बढ़ते पेट की समस्या से जूझ रही थी। महिला ने कई जगह इलाज कराया, लेकिन न तो दर्द से राहत मिली और न ही पेट का आकार कम हुआ। हर कोशिश नाकाम होने के बाद आखिरकार वह अकोला के लक्ष्मीनारायण मेमोरियल अस्पताल पहुंची। वहां उसने प्रसूति एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. मुकेश राठी को अपनी समस्या दिखाई।

जांच में खुलासा: 16.75 किलो का ट्यूमर
डॉ. मुकेश राठी ने जब महिला का चेकअप किया, तो जो सामने आया, वो चौंकाने वाला था। महिला के पेट में कोई सामान्य समस्या नहीं, बल्कि 16.75 किलो का ट्यूमर था। इतने बड़े ट्यूमर को देखकर डॉक्टर भी हैरान रह गए। ये ट्यूमर महिला के गर्भाशय में था, जिसकी वजह से उसे न सिर्फ दर्द हो रहा था, बल्कि पिछले दो साल से वो मां बनने में भी असमर्थ थी।

दो घंटे की जटिल सर्जरी
ट्यूमर का पता चलते ही डॉक्टरों ने सर्जरी का फैसला लिया। ये ऑपरेशन करीब दो घंटे तक चला। डॉ. मुकेश राठी और उनकी टीम ने बड़ी सावधानी से महिला के पेट से इस विशाल ट्यूमर को निकाला। सर्जरी के बाद डॉ. राठी ने बताया, “महिला की सर्जरी सफल रही, लेकिन 16.75 किलो का ट्यूमर निकालना आसान नहीं था। ये एक चुनौतीपूर्ण प्रक्रिया थी।” सर्जरी के दो दिन बाद महिला को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। अब वो पहले से कहीं बेहतर महसूस कर रही है और पेट दर्द से भी छुटकारा पा चुकी है।

अब मां बन सकती है महिला
सबसे बड़ी राहत की बात ये है कि सर्जरी के बाद महिला के मां बनने की संभावना भी बढ़ गई है। डॉ. राठी ने बताया कि ट्यूमर की वजह से पिछले दो साल से वो मातृत्व सुख से वंचित थी, लेकिन अब उसकी ये समस्या दूर हो गई है। ये खबर महिला और उसके परिवार के लिए किसी चमत्कार से कम नहीं है।

गिनीज बुक में नाम दर्ज करने की तैयारी
इस ट्यूमर का आकार इतना असाधारण था कि डॉक्टरों ने इसे गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में शामिल करने के लिए आवेदन करने का फैसला किया। अगर ये आवेदन स्वीकार होता है, तो ये अकोला और डॉ. मुकेश राठी के लिए बड़ी उपलब्धि होगी।

ये मामला न सिर्फ मेडिकल साइंस के लिए हैरान करने वाला है, बल्कि यह भी दिखाता है कि सही समय पर सही इलाज कितना जरूरी है। महिला की हिम्मत और डॉक्टरों की मेहनत ने उसे नया जीवन दिया। अब वो अपने दर्द से मुक्त होकर सामान्य जिंदगी जी सकती है। इस घटना के बारे में आप क्या सोचते हैं? अपनी राय हमें कमेंट में जरूर बताएं।

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