मोदी का 72 मिनट का भाषण: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एनडीए संसदीय दल के नेता चुने जाने के बाद पुराने संसद भवन (संविधान सदन) के सेंट्रल हॉल में अपना ऐतिहासिक भाषण दिया। इस भाषण में उन्होंने 72 मिनट के दौरान 19 बार एनडीए का जिक्र किया और विपक्षी दलों पर भी तीखे हमले किए।
स्वागत और संविधान को नमन
एनडीए के नेता चुने जाने के बाद पीएम मोदी का भव्य स्वागत किया गया। उन्होंने संविधान को माथे से लगाकर नमन किया, जो उनकी संविधान के प्रति श्रद्धा और देशप्रेम को दर्शाता है।
मुद्दों पर मोदी के विचार: 7 प्रमुख बिंदु
NDA: देश चलाने के लिए सर्वमत जरूरी
प्रधानमंत्री मोदी ने एनडीए को न्यू, डेवलप्ड और एस्पिरेशनल इंडिया का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि एनडीए केवल सत्ता का गठबंधन नहीं है, बल्कि यह राष्ट्र प्रथम, नेशन फर्स्ट की भावना से जुड़ा है। उन्होंने जोर दिया कि सरकार चलाने के लिए बहुमत जरूरी होता है, लेकिन देश चलाने के लिए सर्वमत जरूरी होता है।
अर्थव्यवस्था: बिना वक्त गंवाए 5 नंबर से 3 पर पहुंचें
मोदी ने कहा कि यह समय तेज विकास का है। अब हम बिना समय गंवाए 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था से 3वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि राज्यों के बीच कॉम्पिटीटिव स्पिरिट को बढ़ावा दिया जाएगा ताकि सभी राज्य विकास की राह पर तेजी से आगे बढ़ सकें।
वादे: तीसरे कार्यकाल की गारंटियां पूरी करेंगे
प्रधानमंत्री ने कहा कि वे कमिटमेंट के साथ काम करते हैं। 25 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला है और उनके नए एस्पिरेशन को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने मिडिल क्लास की बचत बढ़ाने के लिए नई नीति-नियमों पर काम करने का वादा किया।
विकास: 10 साल में क्वालिटी ऑफ लाइफ लाएंगे
मोदी ने कहा कि अगले 10 साल में विकास और क्वालिटी ऑफ लाइफ लाने का प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार का मध्यम वर्ग और उच्च मध्यम वर्ग के जीवन में कम दखल देना लोकतंत्र की मजबूती का संकेत है।
दक्षिणी राज्यों का खास जिक्र: पवन कल्याण को बोले- ये आंधी है
दक्षिण भारत में एनडीए की नई राजनीति की शुरुआत की तारीफ करते हुए मोदी ने कहा कि तमिलनाडु में सीट नहीं जीतने के बावजूद वोट शेयर बढ़ा है। आंध्र प्रदेश में चंद्रबाबू और पवन कल्याण की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि यह पवन नहीं, आंधी है।
राहुल गांधी: ये वो लोग हैं जो खुद के PM के फैसले फाड़ देते थे
राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा कि ये लोग खुद की पार्टी के प्रधानमंत्री का अपमान करते थे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पिछले तीन चुनावों में 100 सीटों का आंकड़ा नहीं छू पाई, जबकि भाजपा ने इस चुनाव में ही उनसे ज्यादा सीटें जीतीं।
चुनाव प्रक्रिया: EVM ने सबको जवाब दे दिया
चुनाव प्रक्रिया पर सवाल उठाने वालों पर तंज कसते हुए मोदी ने कहा कि कुछ लोग EVM पर सवाल उठाते हैं, लेकिन 4 जून के नतीजों ने सबको जवाब दे दिया है। उन्होंने कहा कि चुनाव के दिन वे काम में व्यस्त थे, लेकिन उन्हें लोगों ने बताया कि EVM जिंदा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस भाषण ने एनडीए की एकजुटता और विकास की दिशा को स्पष्ट किया। उन्होंने संविधान को नमन कर अपनी प्रतिबद्धता और देशप्रेम को दर्शाया। यह भाषण भारतीय राजनीति में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा, जहां मोदी ने अपने नेतृत्व में एनडीए की नई दिशा और विकास की राह को स्पष्ट किया।