कल्याण: डोंबिवली की एक सब्जी बेचने वाली महिला के बेटे ने देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक, सीए (चार्टर्ड अकाउंटेंट) की परीक्षा पास कर ली है। जैसे ही यह खबर सामने आई, मां-बेटे की आंखों में खुशी के आंसू छलक पड़े। मां की कड़ी मेहनत और बेटे के दृढ़ संकल्प ने इस कामयाबी को संभव बनाया।
खोनी गांव की निवासी नीरा ठोंबरे, जिनके पति की मृत्यु के बाद पूरा परिवार उन्हीं पर निर्भर था, ने अपने बेटे योगेश ठोंबरे की शिक्षा के लिए हर संभव प्रयास किए। नीरा सुबह-सुबह उठकर बाजार जातीं, वहां से सब्जियां खरीदतीं और फिर डोंबिवली के गांधीनगर में जाकर बेचतीं। उन्होंने तीन बच्चों की परवरिश की, जिनमें से एक बेटी और एक बेटे की शादी हो चुकी है।
नीरा ठोंबरे का सबसे छोटा बेटा, योगेश, बचपन से ही पढ़ाई में होशियार था। उसने अपने कठिन परिश्रम से सीए की कठिन परीक्षा पास की। इस सफलता ने पूरे गांव को गर्व महसूस कराया। योगेश ने अपनी मां को साड़ी गिफ्ट की और परीक्षा के परिणाम आने पर उन्हें गले लगाया। इस भावुक क्षण को देखकर वहां मौजूद सभी लोग अभिभूत हो गए।
योगेश, तुझा अभिमान आहे.
डोंबिवली पूर्व येथील गांधीनगर मधील गिरनार मिठाई दुकानाजवळ भाजी विकणाऱ्या ठोंबरे मावशींचा मुलगा योगेश चार्टर्ड अकाऊंटंट (C.A.) झाला.
निश्चय, मेहनत आणि परिश्रमांच्या बळावर योगेशने खडतर परिस्थितीशी तोंड देत हे दैदीप्यमान यश मिळवलं आहे. त्याच्या या… pic.twitter.com/Mf8nLV4E61
— Ravindra Chavan (@RaviDadaChavan) July 14, 2024
इस प्रेरणादायक कहानी को सार्वजनिक मंत्री रवींद्र चव्हाण ने अपने ट्विटर अकाउंट पर साझा किया। इसके साथ ही राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी बधाई देते हुए कहा कि योगेश और उनकी मां ने समाज के सामने एक आदर्श प्रस्तुत किया है। नीरा ठोंबरे की कड़ी मेहनत और योगेश का संकल्प कई लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गया है।
योगेश की इस सफलता से हर कोई प्रभावित है और उन्हें बधाइयां देने वालों की लाइन लग गई है।
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