मुंबई के मलाड पुलिस स्टेशन में अरिहंत बिल्डर एंड डेवलपर्स के मालिक के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया गया है। 55 वर्षीय व्यवसायी दिलीप सेठ ने कथित तौर पर 26 फरवरी को आत्महत्या कर ली और इसके लिए भरत गाला को जिम्मेदार ठहराते हुए एक नोट छोड़ा। सेठ ने कहा कि उन्होंने गाला के प्रोजेक्ट में 1 करोड़ रुपये का निवेश किया था, लेकिन न तो उन्हें कोई ब्याज मिला और न ही बदले में कोई फ्लैट। सेठ की पत्नी पूजा सेठ (54) ने पिछले शनिवार को मामला दर्ज किया है।
पुलिस के अनुसार, सेठ ने मलाड (पश्चिम) के नडियाडवाला कॉलोनी नंबर 2 में अपने फ्लैट में रस्सी से फांसी लगा ली थी। 2018-19 में सेठ और उनकी पत्नी ने अपने बच्चों की शिक्षा के लिए मीरा रोड (पूर्व) से दूसरी जगह शिफ्ट होने का फैसला किया। इस दौरान, एक रिश्तेदार ने सेठ का परिचय मलाड (पश्चिम) में अरिहंत बिल्डर एंड डेवलपर्स के मालिक गाला से करवाया। गाला ने सेठ को बताया कि उसे संतोष अपार्टमेंट, नडियाडवाला कॉलोनी के पुनर्विकास के लिए धन की आवश्यकता है।
सेठ ने गाला के प्रोजेक्ट में कुल मिलाकर 1 करोड़ रुपये का निवेश किया था। कथित तौर पर इस निवेश के बदले सेठ को फ्लैट भी मिलना था लेकिन बिल्डर ने अपना वादा पूरा नहीं किया। इस वजह से आर्थिक तंगी से गुजर रहे सेठ ने आखिरकार आत्महत्या का रास्ता चुन लिया।
पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि कई अन्य ग्राहकों ने भी गाला के खिलाफ उच्च न्यायालय याचिका दायर की थी। अदालत ने गाला को अक्टूबर 2023 तक फ्लैट्स का कब्जा सौंपने का निर्देश दिया था, लेकिन वह ऐसा करने में विफल रहा।