Mumbai Cracks Down on Illegal Bike Taxis: महाराष्ट्र सरकार ने मुंबई में अवैध बाइक टैक्सी सेवाओं पर सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है। इस कार्रवाई का निशाना बने हैं रैपिडो, उबर और ओला जैसे बड़े नाम, जो बिना वैध लाइसेंस के बाइक टैक्सी चला रहे हैं। मुंबई महानगरीय क्षेत्र में इन कंपनियों की सेवाएं मोटर वाहन अधिनियम, 1988 और मोटर वाहन एग्रीगेटर दिशानिर्देश, 2020 के तहत जरूरी परमिट के बिना चल रही थीं। यह मुद्दा न केवल नियमों का उल्लंघन है, बल्कि यात्रियों की सुरक्षा के लिए भी गंभीर खतरा बन गया है।
मोटर वाहन अधिनियम की धारा 66 के अनुसार, निजी वाहनों को यात्री परिवहन के लिए इस्तेमाल नहीं किया जा सकता। अगर कोई ऐसा करता है, तो धारा 192 के तहत जुर्माना और कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है। अधिकारियों का कहना है कि ऐसी अवैध सेवाएं न केवल सरकार और यात्रियों को धोखा देती हैं, बल्कि सुरक्षा के लिहाज से भी जोखिम पैदा करती हैं। इस तरह की गतिविधियां यात्रियों के जीवन को खतरे में डाल सकती हैं, क्योंकि इन बाइकों का संचालन बिना उचित जांच या लाइसेंस के हो रहा है।
हाल ही में हुई जांच के दौरान, परिवहन विभाग ने पाया कि रैपिडो और उबर की दो बाइक टैक्सियां अवैध रूप से चल रही थीं। इस मामले में आजाद मैदान पुलिस स्टेशन में इन दोनों कंपनियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। इसके अलावा, ओला ऐप के खिलाफ भी शिकायत दर्ज की गई है। परिवहन विभाग ने सभी क्षेत्रीय और उप-क्षेत्रीय परिवहन कार्यालयों को निर्देश दिए हैं कि वे ऐसी अवैध गतिविधियों के खिलाफ सख्त कदम उठाएं। यह कार्रवाई न केवल नियमों को लागू करने के लिए है, बल्कि लोगों को सुरक्षित परिवहन सेवाएं सुनिश्चित करने के लिए भी जरूरी है।
सहायक परिवहन आयुक्त ने लोगों से अपील की है कि वे केवल लाइसेंस प्राप्त परिवहन सेवाओं का ही उपयोग करें। ऐसा करके न केवल वे अपनी सुरक्षा सुनिश्चित कर सकते हैं, बल्कि अवैध सेवाओं को हतोत्साहित करने में भी मदद कर सकते हैं। इसके साथ ही, नागरिकों से यह भी अनुरोध किया गया है कि अगर उन्हें ऐसी किसी अवैध बाइक टैक्सी सेवा की जानकारी मिले, तो वे तुरंत अधिकारियों को सूचित करें। परिवहन विभाग ने भरोसा दिलाया है कि ऐसी शिकायतों पर त्वरित और उचित कार्रवाई की जाएगी।
यह कार्रवाई मुंबई में परिवहन सेवाओं को और अधिक सुरक्षित और व्यवस्थित बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। लोग अब इस बात को लेकर जागरूक हो रहे हैं कि उनकी सुरक्षा के लिए नियमों का पालन कितना जरूरी है। इस तरह की सख्ती से न केवल अवैध सेवाओं पर लगाम लगेगी, बल्कि यात्रियों को भी भरोसेमंद और सुरक्षित विकल्प मिलेंगे।