रिपोर्टर: रामकुमार गुप्ता
Mumbai Crime Branch: डॉक्टरों को भगवान का दर्जा दिया जाता है, लेकिन क्या हो जब पता चले कि आपका डॉक्टर आपके साथ ठगी कर रहा है? जी हां आज मुंबई क्राइम ब्रांच यूनिट 3 (Mumbai Crime Branch) ने ऐसे चार डॉक्टरों को गिरफ्तार किया है, जो यूनानी दवा से इलाज़ के नाम पर मरीजों से लाखों रुपयों की ठगी कर रहे थे। बता दें कि पिछले कुछ वर्षों से भारत यूनानी दवाइयों का प्रचलन तेजी से बढ़ रहा है। लोग अंग्रेजी दवाइयों की बजाय यूनानी दवाइयों को ज्यादा सेफ समझते हैं, लेकिन ऐसे में यह पता लगाना मुश्किल हो जाता है कि आप जिस यूनानी डॉक्टर से इलाज़ करवा रहे हैं, वह फर्जी तो नहीं?
मुंबई क्राइम ब्रांच (Mumbai Crime Branch) ने आज जिन चार बोगस डॉक्टरों को गिरतार किया है उनके पास किसी भी तरह की कोई डिग्री नहीं थी और न ही महाराष्ट्र मेडिकल कॉउंसिल में उनका कोई रजिस्ट्रेशन था। आरोपियों के पास से इलाज के उपकरण, 9 मोबाइल, सिम, कार और 14 लाख नगद बरामद किया गया है।
बता दें कि क्राइम ब्रांच यूनिट 3 (Mumbai Crime Branch) को मुंबई में यूनानी दवा के नाम पर लोगों के साथ बार-बार हो रही ठगी के बारे में शिकायत मिली थी, जिसके बाद मरीन ड्राइव पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया। मामला दर्ज होते ही क्राइम ब्रांच यूनिट 3 (Mumbai Crime Branch) ने अलग-अलग टीम बनाकर आरोपियों की जांच शुरू कर दी।
जांच में पता चला कि आरोपियों ने फरियादी नामक मरीज को अपनी ठगी का शिकार बनाया था। दरअसल फरियादी को ‘ट्रेमर’ नामक बीमारी थी, जिसके इलाज के लिए वह इन आरोपी डॉक्टरों के संपर्क में आया। आरोपियों ने फरियादी को आश्वासन दिया कि वे उसे ठीक कर देंगे बशर्ते उन्हें उसके घर आकर इलाज करना होगा। आरोपियों ने पीड़ित फरियादी को बताया कि पित्त में दबे हुए नस को ठीक करना पड़ेगा, जिसके लिए पित्त में छेद करके मेटल ट्यूब के जरिए इसका इलाज किया जाएगा। ठाणे: चार पुलिसकर्मियों पर हमला कर उन्हें घायल करने के आरोप में 27 वर्षीय व्यक्ति गिरफ्तार
इस इलाज में 14 लाख 50 हजार का खर्च होगा, पीड़ित ने ठीक होने की आस में इन फर्जी डॉक्टरों को 14 लाख 50 हजार नगद दे दिए। पैसे मिलते ही फर्जी डॉक्टर नौ-दो-ग्यारह हो गए। पीड़ित ने इसकी शिकायत मरीन ड्राइव पुलिस स्टेशन में की। जांच-पड़ताल और सूत्रों की मदद से क्राइम ब्रांच (Mumbai Crime Branch) को आरोपियों के नाशिक में छिपे होने की खबर मिली। जिसके बाद क्राइम ब्रांच (Mumbai Crime Branch) ने नाशिक में जाल बिछाकर चारों शातिर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
गौरतलब है कि ये आरोपी महाराष्ट्र में मनोर, पालघर, भिवंडी, ठाणे, नासिक मालेगांव शहरों में कई लोगों को ठगी का शिकार बना चुके हैं। गिरफ्तार चारो आरोपियों का नाम मोहम्मद शेरु शेख मकसूद खान उर्फ डॉक्टर आर पटेल (49), मोहम्मद नफीस मोहम्मद शरीफ (39), मोहम्मद आसिफ मोहम्मद निसार (27) और मोहम्मद आसिफ मोहम्मद शरीफ (44) है। सभी आरोपी राजस्थान के रहने वाले हैं।
इनके पास से यूनानी उपचार में इस्तेमाल किए हुए उपकरण, 9 मोबाइल, सिम, कार और फरियादी से ठगे 14 लाख नगद बरामद किया गया है। क्राइम ब्रांच यूनिट 3 (Mumbai Crime Branch) आरोपियों से यह जांच कर रही है कि अब तक उन्होंने कितने लोगों को ठगी का शिकार बनाया है।