Mumbai Fake IAS Officer Arrested: मुंबई में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां 32 वर्षीय चंद्रमोहन सिंह नामक व्यक्ति ने खुद को भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) अधिकारी बताकर लोगों को धोखा दिया और सरकारी सुविधाओं का दुरुपयोग किया। मुंबई पुलिस ने रविवार को उसे गिरफ्तार कर लिया। उसने नकली दस्तावेजों के जरिए गृह मंत्रालय (Ministry of Home Affairs) में सहायक निदेशक (सुरक्षा) होने का दावा किया था। इस घटना ने शहर में सनसनी मचा दी है।
यह मामला तब उजागर हुआ, जब शनिवार को पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि कोई व्यक्ति नकली दस्तावेजों का इस्तेमाल करके खुद को आईएएस अधिकारी (IAS Officer) बता रहा है। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और मलाड में एक होटल के बाहर चंद्रमोहन को एक कार में ड्राइवर के साथ पकड़ा। जब उससे उसकी पहचान के बारे में पूछा गया, तो उसने दावा किया कि वह गृह मंत्रालय में सहायक निदेशक के पद पर कार्यरत है। उसकी कार पर ‘भारत सरकार’ का स्टिकर लगा था, जो आमतौर पर सरकारी कर्मचारी इस्तेमाल करते हैं।
पुलिस ने उसकी तलाशी ली, तो उसके पास से एक और दस्तावेज मिला, जिसमें उसने रक्षा मंत्रालय से जुड़ा होने का दावा किया था। इस पर पुलिस का शक और बढ़ गया। पूछताछ में चंद्रमोहन ने आखिरकार कबूल किया कि वह आईएएस अधिकारी नहीं है और उसके पास मौजूद दस्तावेज नकली हैं। पुलिस ने मलाड पुलिस स्टेशन में उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की और उसे गिरफ्तार कर लिया। रविवार को उसे अदालत में पेश किया गया, जहां उसे पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।
जांच में पता चला कि चंद्रमोहन दिल्ली में रहता था और हाल ही में मुंबई आया था। उसने कथित तौर पर कस्टम्स गेस्ट हाउस में ठहरने की व्यवस्था की थी, जहां उसने गृह मंत्रालय (Ministry of Home Affairs) का कर्मचारी होने का दावा किया था। इतना ही नहीं, एक बार ट्रैफिक पुलिस ने उसे नियम तोड़ने के लिए रोका था, लेकिन उसने खुद को आईएएस अधिकारी (IAS Officer) बताकर जुर्माना देने से बच निकला।
पुलिस अभी यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि चंद्रमोहन का मकसद क्या था। उसने बताया कि वह सिविल सेवा में जाना चाहता था और पहले यूपीएससी की परीक्षा दे चुका है। हालांकि, उसके इस धोखे के पीछे की असली मंशा अभी स्पष्ट नहीं हुई है। पुलिस का कहना है कि वे उससे पूछताछ कर रहे हैं ताकि यह समझ सकें कि नकली पहचान बनाकर उसका असल उद्देश्य क्या था।
यह घटना मुंबई पुलिस की सतर्कता को तो दर्शाती ही है, साथ ही यह भी दिखाती है कि कैसे कोई व्यक्ति नकली दस्तावेजों के दम पर सरकारी सुविधाओं का गलत इस्तेमाल कर सकता है। चंद्रमोहन सिंह का यह मामला अब शहर में चर्चा का विषय बन गया है, और लोग इस बात से हैरान हैं कि कोई इतनी आसानी से इतना बड़ा धोखा कैसे दे सकता है।