मुंबई की सड़कों पर कबूतरों की बढ़ती भीड़ और इससे जुड़ी स्वास्थ्य समस्याओं ने अब पुलिस को सख्त कदम उठाने पर मजबूर कर दिया है। शहर में पहली बार, माहिम इलाके में एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ कबूतरों को दाना डालने के लिए FIR दर्ज की गई है। ये घटना एलजी रोड पर हुई, जहां एक शख्स अपनी कार से कबूतरों को दाना डालते हुए पकड़ा गया।
हालांकि, कार की नंबर प्लेट साफ न दिखने की वजह से उसकी पहचान नहीं हो सकी। फिर भी, पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 270 और धारा 223 के तहत मामला दर्ज कर लिया है। इन धाराओं के तहत 2500 रुपये तक का जुर्माना या 6 महीने की जेल की सजा हो सकती है।
बॉम्बे हाई कोर्ट का सख्त आदेश
ये कार्रवाई बॉम्बे हाई कोर्ट के उस आदेश के बाद हुई है, जिसमें सार्वजनिक स्थानों और विरासत स्थलों पर कबूतरों को दाना डालने पर रोक लगाने के लिए सख्त कदम उठाने को कहा गया था। कोर्ट ने स्पष्ट निर्देश दिए थे कि ऐसी गतिविधियों पर नकेल कसी जाए और जरूरत पड़ने पर FIR भी दर्ज की जाए।
दादर कबूतरखाना पर नजर
बृहन्मुंबई महानगरपालिका (BMC) और पुलिस ने मिलकर दादर के कबूतरखाने का निरीक्षण किया। अब इस इलाके में तीन शिफ्टों में अधिकारियों को तैनात करने का फैसला लिया गया है, ताकि ऐसी गतिविधियों पर लगाम लगाई जा सके।
मुंबई में 51 कबूतरखाने चिह्नित
शहर में 51 कबूतरखानों की पहचान की गई है, जहां कबूतरों को नियमित रूप से दाना डाला जाता है। अब BMC और पुलिस की संयुक्त टीम इन जगहों पर कड़ी नजर रखेगी। लगातार पेट्रोलिंग और CCTV निगरानी के जरिए ऐसी घटनाओं को रोकने की योजना है।
क्यों है ये समस्या गंभीर?
कबूतरों की बढ़ती आबादी न केवल स्वच्छता के लिए खतरा है, बल्कि इससे कई स्वास्थ्य समस्याएं भी जुड़ी हैं। कबूतरों की बीट और उनके पंखों से फैलने वाली धूल सांस की बीमारियों को बढ़ा सकती है। यही वजह है कि प्रशासन अब इस मामले में कोई ढिलाई बरतने के मूड में नहीं है।
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