Mumbai Gold Robbery: मुंबई, जो हमेशा अपनी चमक-दमक और तेज रफ्तार जिंदगी के लिए जाना जाता है, इन दिनों एक सनसनीखेज डकैती की घटना से चर्चा में है। 12 जून 2025 को सुबह 9 बजे, नागपाड़ा के डायना ब्रिज के पास दो बाइक सवार डकैतों (Bike-Borne Robbers) ने एक ज्वैलरी स्टोर के दो कर्मचारियों से लगभग 3 करोड़ रुपये की कीमत का 3 किलोग्राम सोना लूट लिया। यह घटना न केवल शहर की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाती है, बल्कि नई पीढ़ी के लिए भी एक अहम मुद्दा है, जो अपराध और सुरक्षा के प्रति जागरूक है। यह डकैती (Gold Robbery) इतनी साहसिक थी कि इसे दिन-दहाड़े अंजाम दिया गया, जिसने पुलिस और स्थानीय लोगों को हैरान कर दिया।
यह घटना तब हुई, जब ज्वैलरी स्टोर के दो कर्मचारी, जो कल्बादेवी से लोअर परेल स्थित एक मैन्युफैक्चरिंग यूनिट में सोना ले जा रहे थे, अपने दोपहिया वाहन पर सवार थे। पुलिस के मुताबिक, दो बाइक सवार डकैत (Bike-Borne Robbers) इन कर्मचारियों का पीछा कर रहे थे। जैसे ही कर्मचारियों का वाहन डायना ब्रिज के पास पहुंचा, डकैतों ने उनका रास्ता रोका। एक डकैत ने हथियार दिखाकर धमकाया और पीछे बैठे कर्मचारी के हाथ से सोने से भरा बैग छीन लिया। इतना ही नहीं, डकैतों ने कर्मचारियों की बाइक की चाबी भी छीन ली, ताकि उनका पीछा न किया जा सके। यह पूरी घटना इतनी तेजी से हुई कि कर्मचारियों को संभलने का मौका तक नहीं मिला।
घटना के तुरंत बाद, कर्मचारियों ने अपने मालिक को कल्बादेवी में सूचना दी, जिन्होंने नागपाड़ा पुलिस को अलर्ट किया। पुलिस ने तत्काल डकैती (Gold Robbery) का मामला दर्ज किया और कई टीमें बनाकर डकैतों की तलाश शुरू की। चूंकि यह घटना दिन के उजाले में हुई, इसलिए स्थानीय पुलिस के साथ-साथ क्राइम ब्रांच ने भी समानांतर जांच शुरू की। पुलिस को शक है कि डकैतों को कर्मचारियों के रास्ते की पहले से जानकारी थी। ऐसा लगता है कि उन्होंने कर्मचारियों की गतिविधियों पर नजर रखी थी और सही मौके का इंतजार कर रहे थे। इस सिलसिले में पुलिस आसपास के दुकानों और रास्तों पर लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रही है।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, एक संदिग्ध को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है, लेकिन अभी तक कोई गिरफ्तारी पक्की नहीं हुई है। इस तरह की साहसिक डकैती ने मुंबई जैसे व्यस्त शहर में सुरक्षा व्यवस्था पर कई सवाल खड़े किए हैं। नई पीढ़ी, जो डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर हर घटना की जानकारी रखती है, इस मामले को गंभीरता से देख रही है। सोशल मीडिया पर लोग इस घटना पर चर्चा कर रहे हैं और यह सवाल उठा रहे हैं कि इतने बड़े पैमाने पर डकैती को दिन के उजाले में कैसे अंजाम दिया गया।
मुंबई में इस तरह की घटनाएं नई नहीं हैं। बीते कुछ सालों में शहर में कई बड़ी चोरी और डकैती की वारदातें हुई हैं। उदाहरण के लिए, 2023 में जवेरी बाजार में नकली ईडी अधिकारियों ने 3 करोड़ रुपये का सोना और नकदी लूटी थी। इन घटनाओं से साफ है कि अपराधी लगातार नए और साहसिक तरीके अपना रहे हैं। इस बार की डकैती में डकैतों ने न केवल सोना लूटा, बल्कि कर्मचारियों को पीछा करने से रोकने के लिए उनकी बाइक की चाबी भी छीन ली। यह दर्शाता है कि अपराधी पहले से पूरी योजना बनाकर आए थे।
नागपाड़ा, जो मुंबई का एक व्यस्त इलाका है, में इस तरह की घटना ने स्थानीय व्यापारियों और निवासियों में डर पैदा कर दिया है। ज्वैलरी स्टोर के कर्मचारी, जो अक्सर कीमती सामान ले जाते हैं, अब अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। पुलिस की जांच में सीसीटीवी फुटेज एक अहम सुराग हो सकता है, लेकिन सवाल यह है कि क्या यह फुटेज डकैतों तक पहुंचने में मदद करेगा। इस घटना ने नई पीढ़ी को यह सोचने पर मजबूर किया है कि शहरों में बढ़ते अपराध को रोकने के लिए और क्या कदम उठाए जा सकते हैं।
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